आर एस राणा
नई दिल्ली। कॉटन कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (सीसीआई) के किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कपास की खरीद के लिए केंद्र तो खुले हुए हैं लेकिन देशभर में लॉकडाउन के कारण कपास की आवक नहीं हो रही है।
कॉटन कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया की सीएमडी डॉ. पीअली रानी ने बताया कि निगम के खरीद केंद्र खुले हुए हैं लेकिन लॉकडाउन में जिला स्तर तक सीमाएं बंद होने के कारण खरीद केंद्रों तक किसान ला नहीं पा रहे हैं हालांकि उन्होंने कहा कि ज्यों ही आवक शुरू होगी खरीद भी होने लगेगी। उन्होंने बताया कि जिन खरीद केंद्रों पर जिनिंग और ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा मिल रही है वहां निगम कपास की खरीद भी रही है। ऐसे केन्द्रों पर कल कुछ खरीद हुई है और आज भी कुछ जगहों पर खरीद जारी है।
पंजाब में कुछ जिनिंग मिलों पर सीसीआई की खरीद चल रही है। सूत्रों का कहना है कि राज्य में जहां पर मजदूरों की व्यवस्था है वहां जिंगिंग मिलों में काम हो रहा है। हालांकि मंडियों में कारोबार पूरी तरह से ठप है। सीसीआई के अनुसार चालू फसल सीजन में अब तक निगम ने किसानों से एमएसपी पर करीब 82 लाख गांठ (एक गांठ-170 किलो) कपास की खरीद की है। हालांकि मौजूदा समय में विश्व बाजार में कपास का भाव काफी नीचे आ गया है जिस कारण घरेलू बाजार में भी दाम कम हुए हैं ऐसे में घरेलू किसानों को बाकी फसल बेचने के लिए भी सीसीआई से ही उम्मीदें है। पंजाब सरकार ने रबी फसलों को देखते हुए किसानों के लिए लॉकडाउन में छूट का एलान किया है। देखना होगा कि इसका कपास के किसानों को कितना फायदा मिल पाता है।.... आर एस राणा
नई दिल्ली। कॉटन कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (सीसीआई) के किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कपास की खरीद के लिए केंद्र तो खुले हुए हैं लेकिन देशभर में लॉकडाउन के कारण कपास की आवक नहीं हो रही है।
कॉटन कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया की सीएमडी डॉ. पीअली रानी ने बताया कि निगम के खरीद केंद्र खुले हुए हैं लेकिन लॉकडाउन में जिला स्तर तक सीमाएं बंद होने के कारण खरीद केंद्रों तक किसान ला नहीं पा रहे हैं हालांकि उन्होंने कहा कि ज्यों ही आवक शुरू होगी खरीद भी होने लगेगी। उन्होंने बताया कि जिन खरीद केंद्रों पर जिनिंग और ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा मिल रही है वहां निगम कपास की खरीद भी रही है। ऐसे केन्द्रों पर कल कुछ खरीद हुई है और आज भी कुछ जगहों पर खरीद जारी है।
पंजाब में कुछ जिनिंग मिलों पर सीसीआई की खरीद चल रही है। सूत्रों का कहना है कि राज्य में जहां पर मजदूरों की व्यवस्था है वहां जिंगिंग मिलों में काम हो रहा है। हालांकि मंडियों में कारोबार पूरी तरह से ठप है। सीसीआई के अनुसार चालू फसल सीजन में अब तक निगम ने किसानों से एमएसपी पर करीब 82 लाख गांठ (एक गांठ-170 किलो) कपास की खरीद की है। हालांकि मौजूदा समय में विश्व बाजार में कपास का भाव काफी नीचे आ गया है जिस कारण घरेलू बाजार में भी दाम कम हुए हैं ऐसे में घरेलू किसानों को बाकी फसल बेचने के लिए भी सीसीआई से ही उम्मीदें है। पंजाब सरकार ने रबी फसलों को देखते हुए किसानों के लिए लॉकडाउन में छूट का एलान किया है। देखना होगा कि इसका कपास के किसानों को कितना फायदा मिल पाता है।.... आर एस राणा
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