आर एस राणा
नई दिल्ली। देशभर में 21 दिन के लॉकडाउन के कारण दाल मिलों में प्रोसेसिंग भी नाममात्र की ही हो रही है, जिस कारण दालों की कीमतों में कीमतों में तेजी आई ही है, साथ पशुचारा छिल्का, खांडा और चोकर के दाम भी 150 से 200 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ गए हैं।
उपभोक्ता मामले मंत्रालय के अनुसार इलाहाबाद में सोमवार को उड़द दाल के खुदरा दाम 120 रुपये, मूंग दाल के 100 रुपये, अरहर दाल के 80 रुपये और चना दाल के 60 रुपये प्रति किलो रहे। पंचकुला में उड़द दाल के भाव 110 रुपये, मूंग दाल के 120 रुपये और अरहर दाल के 110 रुपये तथा चना दाल के 80 रुपये प्रति किलो हो गए। इस दौरान मुंबई में मूंग दाल के भाव 122 रुपये, उड़द दाल के 116 रुपये और अरहर दाल के 92 रुपये तथा चना दाल के 70 रुपये प्रति किलो रहे।
ऑल इंडिया दाल मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल ने बताया कि देश की कृषि उपज मंडियों के बंद होने के कारण कच्चे माल की आपूर्ति बाधित हो गई है, जिससे आने वाले दिनों में दालों के साथ आटा और चावल सहित अन्य खाद्य पदार्थों की कमी हो सकती है। उन्होंने कहा कि दाल बाजारों को बंद रखने से होने वाली समस्याओं के बारे में केंद्र सरकार को पत्र लिखा है।
पशुआहार की कीमतों में 150 से 200 रुपये की आई तेजी
बाहरी दिल्ली में दालों के साथ पशुआहार विक्रेता कपिल बंसल ने बताया कि मिलों में प्रोसेसिंग बंद होने के कारण दालों के साथ पशुआहार की आवक प्रभावित हो रही है। उन्होंने बताया कि जब से लॉकडाउन शुरू हुआ है, केवल दो बार ही सप्लाई आई है जबकि पैनिक खरीददारी होने के कारण लोग जरुरत के मुकाबले तीन या चार गुणा खरीद कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि दालों की खुदरा कीमतें तो अब रुक गई है, लेकिन पशुचारे के दाम अभी भी बढ़ रहे हैं। सपताहभर में पशुचार की कीमतों में 150 से 200 रुपये की तेजी आ चुकी है। चोकर का दाम बढ़कर 550 रुपये प्रति 20 किलो और खांडा के दाम 1,250 रुपये प्रति 50 किलो हो गए। सरसों खल के भाव 1,200 रुपये और बिनौला खल के 13,00 रुपये प्रति 50 किलो हो गए।
साबूत दालों के दाम सप्ताहभर में 400-500 रुपये तक बढ़े
दिल्ली के नरेला के दलहन कारोबारी महेंद्र जैन ने बताया कि मिलों में पेसेसिंग नहीं के बराबर हो रही है, क्योंकि लॉकडाउन के कारण मजूदर अपने गांव चले गए है। साथ ही उत्पादक राज्यों से कच्चा माल भी नहीं आ रहा। उन्होंने बताया कि दालों की प्रोसेसिंग से बचे हुए छिल्के का उपयोग पशुआहार में होता है। दिल्ली में साबूत दालों के दाम सप्ताहभर में 400 से 500 रुपये प्रति क्विंटल तक तेज हुए है, जिसका असर खुदरा में दालों की कीमतों के साथ पशुआहार के दाम पर भी पड़ा है। चना के भाव दिल्ली में 4,700 रुपये और अरहर के भाव 5,500 से 5,600 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
मंडियां खुलने बाद भी एग्री जिंसों की आवक नहीं
राजस्थान की कोटा मंडी के कारोबारी भानू जैन ने बताया कि सरकार ने मंडियां खोलने की अनुमति तो दे दी है, लेकिन लेबर नहीं होने के कारण मंडियों में कारोबार शुरू ही नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि किसान भी अभी जिंस लेकर मंडी नहीं आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि स्थिति सामान्य होने में आठ से दस दिनों को समय लगेगा, तथा मंडियों में एग्री जिंसों की दैनिक आवक 14 अप्रैल के बाद ही बढ़ने की उम्मीद है।........ आर एस राणा
नई दिल्ली। देशभर में 21 दिन के लॉकडाउन के कारण दाल मिलों में प्रोसेसिंग भी नाममात्र की ही हो रही है, जिस कारण दालों की कीमतों में कीमतों में तेजी आई ही है, साथ पशुचारा छिल्का, खांडा और चोकर के दाम भी 150 से 200 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ गए हैं।
उपभोक्ता मामले मंत्रालय के अनुसार इलाहाबाद में सोमवार को उड़द दाल के खुदरा दाम 120 रुपये, मूंग दाल के 100 रुपये, अरहर दाल के 80 रुपये और चना दाल के 60 रुपये प्रति किलो रहे। पंचकुला में उड़द दाल के भाव 110 रुपये, मूंग दाल के 120 रुपये और अरहर दाल के 110 रुपये तथा चना दाल के 80 रुपये प्रति किलो हो गए। इस दौरान मुंबई में मूंग दाल के भाव 122 रुपये, उड़द दाल के 116 रुपये और अरहर दाल के 92 रुपये तथा चना दाल के 70 रुपये प्रति किलो रहे।
ऑल इंडिया दाल मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल ने बताया कि देश की कृषि उपज मंडियों के बंद होने के कारण कच्चे माल की आपूर्ति बाधित हो गई है, जिससे आने वाले दिनों में दालों के साथ आटा और चावल सहित अन्य खाद्य पदार्थों की कमी हो सकती है। उन्होंने कहा कि दाल बाजारों को बंद रखने से होने वाली समस्याओं के बारे में केंद्र सरकार को पत्र लिखा है।
पशुआहार की कीमतों में 150 से 200 रुपये की आई तेजी
बाहरी दिल्ली में दालों के साथ पशुआहार विक्रेता कपिल बंसल ने बताया कि मिलों में प्रोसेसिंग बंद होने के कारण दालों के साथ पशुआहार की आवक प्रभावित हो रही है। उन्होंने बताया कि जब से लॉकडाउन शुरू हुआ है, केवल दो बार ही सप्लाई आई है जबकि पैनिक खरीददारी होने के कारण लोग जरुरत के मुकाबले तीन या चार गुणा खरीद कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि दालों की खुदरा कीमतें तो अब रुक गई है, लेकिन पशुचारे के दाम अभी भी बढ़ रहे हैं। सपताहभर में पशुचार की कीमतों में 150 से 200 रुपये की तेजी आ चुकी है। चोकर का दाम बढ़कर 550 रुपये प्रति 20 किलो और खांडा के दाम 1,250 रुपये प्रति 50 किलो हो गए। सरसों खल के भाव 1,200 रुपये और बिनौला खल के 13,00 रुपये प्रति 50 किलो हो गए।
साबूत दालों के दाम सप्ताहभर में 400-500 रुपये तक बढ़े
दिल्ली के नरेला के दलहन कारोबारी महेंद्र जैन ने बताया कि मिलों में पेसेसिंग नहीं के बराबर हो रही है, क्योंकि लॉकडाउन के कारण मजूदर अपने गांव चले गए है। साथ ही उत्पादक राज्यों से कच्चा माल भी नहीं आ रहा। उन्होंने बताया कि दालों की प्रोसेसिंग से बचे हुए छिल्के का उपयोग पशुआहार में होता है। दिल्ली में साबूत दालों के दाम सप्ताहभर में 400 से 500 रुपये प्रति क्विंटल तक तेज हुए है, जिसका असर खुदरा में दालों की कीमतों के साथ पशुआहार के दाम पर भी पड़ा है। चना के भाव दिल्ली में 4,700 रुपये और अरहर के भाव 5,500 से 5,600 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
मंडियां खुलने बाद भी एग्री जिंसों की आवक नहीं
राजस्थान की कोटा मंडी के कारोबारी भानू जैन ने बताया कि सरकार ने मंडियां खोलने की अनुमति तो दे दी है, लेकिन लेबर नहीं होने के कारण मंडियों में कारोबार शुरू ही नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि किसान भी अभी जिंस लेकर मंडी नहीं आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि स्थिति सामान्य होने में आठ से दस दिनों को समय लगेगा, तथा मंडियों में एग्री जिंसों की दैनिक आवक 14 अप्रैल के बाद ही बढ़ने की उम्मीद है।........ आर एस राणा
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