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27 दिसंबर 2019

विश्व बाजार में दाम बढ़ने से तेजी खाद्य तेल और तिलहन में तेजी

आर एस राणा
नई दिल्ली। विश्व बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में तेजी के साथ ही चालू रबी में तिलहन की बुआई कम होने से घरेलू बाजार में इनकी कीमतों में तेजी बनी हुई है। उत्पादक मंडियों में सरसों के भाव बढ़कर 4,500 रुपये और सोयाबीन के दाम बढ़कर 4,500 से 4,525 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
विश्व बाजार में सीपीओ के दाम तीन साल की उंचाई पर कारोबार कर रहे हैं, वहीं सोयाबीन पांच के उंचे भाव पर पहुंच गया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रुड पॉम तेल का भाव भी तीन साल के उच्चतम स्तर पर कारोबार कर रहा है। क्रुड पॉम तेल की बायोफ्यूल में खपत बढ़ने के साथ ही दक्षिण एशियाई देशों में इसके उत्पादन में कम आना है। खाद्य तेलों के व्यापारी के अनुसार विश्व बाजार में दाम उंचे बने हुए हैं, जबकि चालू सीजन में सोयाबीन की फसल को नुकसान हुआ है तथा सरसों की बुआई कम हुई है। इसलिए सरसों के साथ ही सोयाबीन और खाद्य तेलों की कीमतों में अभी तेजी बनी रहने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि सरसों तेल का भाव           950 रुपये और सोया रिफाइंड तेल का भाव 900 से 910 रुपये प्रति 10 किलो हो गया। सोया डीओसी के भाव महाराष्ट्र में 37,500 से 38,000 रुपये प्रति टन हो गए, हालांकि सोया डीओसी में निर्यात सौदे कम हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि तिलहन और खाद्य तेलों की मौजूदा कीमतों में और तेजी आने का अनुमान है।
चालू रबी में तिलहन की की बुआई 71.79 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 73.32 लाख हेक्टेयर में बुआई हो चुकी थी। सरसों की बुआई घटकर 63.92 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 65.32 लाख हेक्टेयर में बुआई हो चुकी थी। हालांकि मूंगफली की बुआई चालू रबी में बढ़कर 3.53 लाख हेक्टयेर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 2.89 लाख हेक्टयेर में ही हुई थी।..........  आर एस राणा

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