आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार की सख्ती के बावजूद भी दलहन आयात लगातार बढ़ रहा है। चालू वित्त वर्ष 2019-20 के पहले सात महीनों में आयात 42.65 फीसदी बढ़कर 18.73 लाख टन को हो गया। सरकार ने मटर के आयात पर सख्ती करते हुए न्यूनतम आयात मूल्य 200 रुपये प्रति किलो तय कर दिया जिससे मटर के साथ ही चना की कीमतों में सुधार आने का अनुमान है।
केंद्र सरकार ने मटर के आयात पर सख्ती करते हुए न्यूनतम आयात मूल्य 200 रुपये प्रति किलो तय कर दिया है, इससे मटर के साथ ही चना की कीमतों में घरेलू बाजार में सुधार आने का अनुमान है। मटर का आयात सिर्फ कोलकाता बंदरगाह के रास्ते ही किया जायेगा। विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार सभी तरह के मटर के आयात पर न्यूनतम आयात मूल्य 200 रुपये प्रति किलो निर्धारित किया गया है। साथ ही आयात सिर्फ कोलकाता बंदरगाह के माध्यम से ही करने की अनुमति दी गई है। केंद्र सरकार ने मटर के 1.50 लाख टन के ही आयात की अनुमति दी हुई है। दलहन के कुल आयात में मटर की हिस्सेदारी सबसे होती है तथा कनाडा से मटर का सबसे ज्यादा आयात होता है।
मूल्य के हिसाब से दालों का आयात 59.75 फीसदी बढ़ा
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार चालू वित्त वर्ष के अप्रैल से अक्टूबर के दौरान दालों का आयात 42.65 फीसदी बढ़कर 18.73 लाख टन का हो गया, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 13.13 लाख टन दालों का आयात ही हुआ था। मूल्य के हिसाब से चालू वित्त वर्ष 2019-20 के पहले सात महीनों आयात 59.75 फीसदी बढ़कर 6,256 करोड़ रुपये का हो गया जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 3,916 करोड़ मूल्य की दालों का आयात हुआ था।
सरकार ने उड़द, मूंग, मटर, अरहर के आयात की मात्रा कर रखी है तय
चालू वित्त वर्ष के लिए केंद्र सरकार ने उड़द और मूंग के आयात की मात्रा डेढ़-डेढ़ लाख टन तय कर रखी है जबकि अरहर के आयात मात्रा 5.75 लाख टन (चार लाख टन प्राइवेट आयातक और 1.75 लाख टन सरकारी सत्र पर) की अनुमति दे रखी है। मटर के आयात की सीमा भी डेढ़ लाख टन तय कर रखी है जबकि चना के आयात पर 60 फीसदी और मटर के आयात पर 30 फीसदी आयात शुल्क तय रखा है। इसके बावजूद भी भी आयातक हाईकोर्ट से स्टे आर्डर लेकर आयात दलहन मंगा रहे हैं।
खरीफ में उत्पादन अनुमान कम
कृषि मंत्रालय के पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2019-20 में खरीफ में दालों का उत्पादन घटकर 82.3 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले खरीफ में इनका उत्पादन 92.2 लाख टन का हुआ था। फसल सीजन 2018-19 में देश में दलहन का कुल उत्पादन 234 लाख टन का हुआ था जोकि इसके पिछले साल के 254.2 लाख टन से कम था।......... आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार की सख्ती के बावजूद भी दलहन आयात लगातार बढ़ रहा है। चालू वित्त वर्ष 2019-20 के पहले सात महीनों में आयात 42.65 फीसदी बढ़कर 18.73 लाख टन को हो गया। सरकार ने मटर के आयात पर सख्ती करते हुए न्यूनतम आयात मूल्य 200 रुपये प्रति किलो तय कर दिया जिससे मटर के साथ ही चना की कीमतों में सुधार आने का अनुमान है।
केंद्र सरकार ने मटर के आयात पर सख्ती करते हुए न्यूनतम आयात मूल्य 200 रुपये प्रति किलो तय कर दिया है, इससे मटर के साथ ही चना की कीमतों में घरेलू बाजार में सुधार आने का अनुमान है। मटर का आयात सिर्फ कोलकाता बंदरगाह के रास्ते ही किया जायेगा। विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार सभी तरह के मटर के आयात पर न्यूनतम आयात मूल्य 200 रुपये प्रति किलो निर्धारित किया गया है। साथ ही आयात सिर्फ कोलकाता बंदरगाह के माध्यम से ही करने की अनुमति दी गई है। केंद्र सरकार ने मटर के 1.50 लाख टन के ही आयात की अनुमति दी हुई है। दलहन के कुल आयात में मटर की हिस्सेदारी सबसे होती है तथा कनाडा से मटर का सबसे ज्यादा आयात होता है।
मूल्य के हिसाब से दालों का आयात 59.75 फीसदी बढ़ा
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार चालू वित्त वर्ष के अप्रैल से अक्टूबर के दौरान दालों का आयात 42.65 फीसदी बढ़कर 18.73 लाख टन का हो गया, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 13.13 लाख टन दालों का आयात ही हुआ था। मूल्य के हिसाब से चालू वित्त वर्ष 2019-20 के पहले सात महीनों आयात 59.75 फीसदी बढ़कर 6,256 करोड़ रुपये का हो गया जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 3,916 करोड़ मूल्य की दालों का आयात हुआ था।
सरकार ने उड़द, मूंग, मटर, अरहर के आयात की मात्रा कर रखी है तय
चालू वित्त वर्ष के लिए केंद्र सरकार ने उड़द और मूंग के आयात की मात्रा डेढ़-डेढ़ लाख टन तय कर रखी है जबकि अरहर के आयात मात्रा 5.75 लाख टन (चार लाख टन प्राइवेट आयातक और 1.75 लाख टन सरकारी सत्र पर) की अनुमति दे रखी है। मटर के आयात की सीमा भी डेढ़ लाख टन तय कर रखी है जबकि चना के आयात पर 60 फीसदी और मटर के आयात पर 30 फीसदी आयात शुल्क तय रखा है। इसके बावजूद भी भी आयातक हाईकोर्ट से स्टे आर्डर लेकर आयात दलहन मंगा रहे हैं।
खरीफ में उत्पादन अनुमान कम
कृषि मंत्रालय के पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2019-20 में खरीफ में दालों का उत्पादन घटकर 82.3 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले खरीफ में इनका उत्पादन 92.2 लाख टन का हुआ था। फसल सीजन 2018-19 में देश में दलहन का कुल उत्पादन 234 लाख टन का हुआ था जोकि इसके पिछले साल के 254.2 लाख टन से कम था।......... आर एस राणा
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