आर एस राणा
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीतमें कम होने की वजह से नवंबर में डीओसी के निर्यात में 64 फीसदी की भारी गिरावट आकर कुल निर्यात 1,26,128 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल नवंबर में इसका निर्यात 3,53,405 टन का हुआ था।
साल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार डीओसी की कीमतें विश्व बाजार में नीचे बनी हुई है, जिसका असर निर्यात सौदे पर पड़ रहा है। चालू वित्त वर्ष 2019-20 के पहले 8 महीनों अप्रैल से नवंबर के दौरान डीओसी का निर्यात 21 फीसदी घटकर 16,52,599 टन का ही हुआ है जबकि पिछले तेल वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 20,86,321 टन का हुआ था। वित्त वर्ष 2018-19 में डीओसी का कुल निर्यात 33,24,693 टन का हुआ था।
सोया डीओसी के निर्यात में आई सबसे ज्यादा कमी
एसईए के अनुसार नवंबर में सोया डीओसी के निर्यात में सबसे ज्यादा गिरावट आई है, नवंबर में सोया डीओसी का केवल 9,574 टन का ही निर्यात हुआ है, जबकि पिछले साल नवंबर में 63,800 टन का निर्यात हुआ था। चालू तेल वर्ष के पहले 8 महीनों में सोया डीओसी का निर्यात घटकर 4,37,275 टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 7,53,954 टन का हुआ है। सरसों डीओसी का निर्यात नवंबर में तो कम हुआ है लेकिन चालू वित्त वर्ष के अप्रैल से नवंबर के दौरान कुल निर्यात बढ़कर 7,76,161 टन का हुआ है जबकि वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 6,67,775 टन का हुआ था। केस्टर डीओसी का निर्यात चालू वित्त वर्ष के पहले 8 महीनों में 4,31,692 टन और राइस ब्रान डीओसी का निर्यात 1,15,160 टन का हुआ है।
डीओसी की कीमतें नवंबर में हुई तेज
सोया डीओसी के भाव भारतीय बंदरगाह पर नवंबर में बढ़कर 449 डॉलर प्रति टन हो गए जबकि अक्टूबर में इसका भाव 439 डॉलर प्रति टन था। इसी तरह से सरसों डीओसी का भाव अक्टूबर के 237 डॉलर से बढ़कर नवंबर में 249 डॉलर प्रति टन हो गया। चालू वित्त वर्ष के अप्रैल से नवंबर के दौरान दक्षिण कोरिया ने डीओसी का आयात ज्यादा किया है, लेकिन वियतनाम, ईरान, थाइलैंड और ताईवान ने आयात कम किया है। ..... आर एस राणा
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीतमें कम होने की वजह से नवंबर में डीओसी के निर्यात में 64 फीसदी की भारी गिरावट आकर कुल निर्यात 1,26,128 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल नवंबर में इसका निर्यात 3,53,405 टन का हुआ था।
साल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार डीओसी की कीमतें विश्व बाजार में नीचे बनी हुई है, जिसका असर निर्यात सौदे पर पड़ रहा है। चालू वित्त वर्ष 2019-20 के पहले 8 महीनों अप्रैल से नवंबर के दौरान डीओसी का निर्यात 21 फीसदी घटकर 16,52,599 टन का ही हुआ है जबकि पिछले तेल वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 20,86,321 टन का हुआ था। वित्त वर्ष 2018-19 में डीओसी का कुल निर्यात 33,24,693 टन का हुआ था।
सोया डीओसी के निर्यात में आई सबसे ज्यादा कमी
एसईए के अनुसार नवंबर में सोया डीओसी के निर्यात में सबसे ज्यादा गिरावट आई है, नवंबर में सोया डीओसी का केवल 9,574 टन का ही निर्यात हुआ है, जबकि पिछले साल नवंबर में 63,800 टन का निर्यात हुआ था। चालू तेल वर्ष के पहले 8 महीनों में सोया डीओसी का निर्यात घटकर 4,37,275 टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 7,53,954 टन का हुआ है। सरसों डीओसी का निर्यात नवंबर में तो कम हुआ है लेकिन चालू वित्त वर्ष के अप्रैल से नवंबर के दौरान कुल निर्यात बढ़कर 7,76,161 टन का हुआ है जबकि वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 6,67,775 टन का हुआ था। केस्टर डीओसी का निर्यात चालू वित्त वर्ष के पहले 8 महीनों में 4,31,692 टन और राइस ब्रान डीओसी का निर्यात 1,15,160 टन का हुआ है।
डीओसी की कीमतें नवंबर में हुई तेज
सोया डीओसी के भाव भारतीय बंदरगाह पर नवंबर में बढ़कर 449 डॉलर प्रति टन हो गए जबकि अक्टूबर में इसका भाव 439 डॉलर प्रति टन था। इसी तरह से सरसों डीओसी का भाव अक्टूबर के 237 डॉलर से बढ़कर नवंबर में 249 डॉलर प्रति टन हो गया। चालू वित्त वर्ष के अप्रैल से नवंबर के दौरान दक्षिण कोरिया ने डीओसी का आयात ज्यादा किया है, लेकिन वियतनाम, ईरान, थाइलैंड और ताईवान ने आयात कम किया है। ..... आर एस राणा
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