आर एस राणा
नई दिल्ली। किसानों के खेत में गेहूं की फसल भले ही 142 से 150 दिन में पककर तैयार होती है, लेकिन बीज कंपनियों का कमाल देखिए 30 अगस्त 2019 को कंपनियों को गेहूं की नई किस्म एचडी 3226 (पूसा यशस्वी) का बीज तैयार करने के लिए लाइसेंस मिला, और डेढ़ महीने दिन बाद ही कंपनियों का बीज मार्केट में आ गया, वह भी अन्य बीजों से करीब दोगुने दाम पर।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ने देश में विकसित अब तक के सबसे अधिक पौष्टिक गेहूं एचडी 3226 (पूसा यशस्वी) का बीज तैयार करने के लिए बीज उत्पादक कंपनियों को 30 अगस्त 2019 को लाइसेंस जारी किया था। बीज कंपनियों को 100 किलो फाउंडेशन बीज दिया गया था जिससे कंपनियां बीज तैयार करके अगले साल रबी सीजन में किसानों को बीज उपलब्ध करा सकें। लेकिन हरियाणा के कई जिलों में कपंनियों ने अक्टूबर 2019 से ही इस बीज की बिक्री 20 किलो ग्राम के पैकेट में शुरू कर दी। प्राइवेट बीज विक्रेता किसानों को यह बीज 900 रुपये प्रति 20 किलो की दर से बेच रहे हैं जबकि अन्य किस्म के बीज 1,180 से 1,200 रुपये में 40 किलो मिल रहे हैं।
प्राइवेट बीज विक्रेता 20 किलो की पैकिंग 900 रुपये में बेच रहे हैं
हरियाणा के सोनीपत जिले गांव सोहटी गांव के किसान नरेंद्र कुमार ने बताया कि खरखौदा से एक प्राइवेट बीज विक्रेता के यहां से एचडी 3226 किस्म का बीज 20 किलो की पैकिंग में 900 रुपये में खरीदा है। उन्होंने बताया कि यह बीज बहादुगढ़ में भी कई दुकानों पर बिक रहा है। उन्होंने बताया कि पूसा में एचडी 3226 का बीज 8 किलो की पैकिंग में 320 रुपये के हिसाब से मिल रहा था, लेकिन वहां बीज समाप्त हो गया था, इसलिए प्राइवेट दुकान से खरीदना पड़ा।
कंपनी को पहले ही बीज मिल गया था
राज बीज कंपनी रोहतक, जिसका बीज एचडी 3226 प्राइवेट दुकानों पर बिक रहा है, के मालिक नवनीत खुराना ने आउटलुक को बताया कि आईएआरआई ने अगस्त 2019 में बीज कंपनी को 100 किलो फाउंडेशन बीज दिया। इससे बीज तैयार करके कंपनियों को अगले साल से इसकी बिक्री करनी है। लेकिन इस पर रिसर्च तो पिछले चार से चल रही है। इसलिए कंपनी को यह बीज पहले ही मिल गया था। हालांकि कहां से मिला इस बारे में उन्होंने नहीं बताया। बीज की कीमत के बारे में उन्होंने बताया कि आईएआरआई ने 100 किलो फाउंडेशन बीज 65,000 रुपये में दिया है, इसलिए हमे उंचे दाम पर बेचना पड़ रहा है। अगले साल बीज की उपलब्धता ज्यादा रहेगी, तब कीमत में कमी आने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि हम किसानों को सलाह दे रहे हैं, इस बार केवल प्रयोग के तौर पर इसकी बुआई करें।
चालू रबी में एचडी 3226 किस्म का बीज बेचना गलतः आईएआरआई
आईएआरआई में जोनल टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट व बिजनेस प्लानिंग एंड डेवलपमेंट यूनिट की इंचार्ज डॉ. नीरू भूषण ने बताया कि इस साल 30 अगस्त को बीज कंपनियों से एचडी 3226 का बीज तैयार करने के लाइसेंस दिए गए हैं। इसके हिसाब से कंपनियों को इस साल बीज तैयार करना है, तथा अगले साल रबी सीजन में इस बीज की बिक्री शुरू करनी चाहिए। अगर कंपनियां चालू सीजन में ही एचडी 3226 की बिक्री कर रही हैं, तो यह गलत है। ....... आर एस राणा
नई दिल्ली। किसानों के खेत में गेहूं की फसल भले ही 142 से 150 दिन में पककर तैयार होती है, लेकिन बीज कंपनियों का कमाल देखिए 30 अगस्त 2019 को कंपनियों को गेहूं की नई किस्म एचडी 3226 (पूसा यशस्वी) का बीज तैयार करने के लिए लाइसेंस मिला, और डेढ़ महीने दिन बाद ही कंपनियों का बीज मार्केट में आ गया, वह भी अन्य बीजों से करीब दोगुने दाम पर।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ने देश में विकसित अब तक के सबसे अधिक पौष्टिक गेहूं एचडी 3226 (पूसा यशस्वी) का बीज तैयार करने के लिए बीज उत्पादक कंपनियों को 30 अगस्त 2019 को लाइसेंस जारी किया था। बीज कंपनियों को 100 किलो फाउंडेशन बीज दिया गया था जिससे कंपनियां बीज तैयार करके अगले साल रबी सीजन में किसानों को बीज उपलब्ध करा सकें। लेकिन हरियाणा के कई जिलों में कपंनियों ने अक्टूबर 2019 से ही इस बीज की बिक्री 20 किलो ग्राम के पैकेट में शुरू कर दी। प्राइवेट बीज विक्रेता किसानों को यह बीज 900 रुपये प्रति 20 किलो की दर से बेच रहे हैं जबकि अन्य किस्म के बीज 1,180 से 1,200 रुपये में 40 किलो मिल रहे हैं।
प्राइवेट बीज विक्रेता 20 किलो की पैकिंग 900 रुपये में बेच रहे हैं
हरियाणा के सोनीपत जिले गांव सोहटी गांव के किसान नरेंद्र कुमार ने बताया कि खरखौदा से एक प्राइवेट बीज विक्रेता के यहां से एचडी 3226 किस्म का बीज 20 किलो की पैकिंग में 900 रुपये में खरीदा है। उन्होंने बताया कि यह बीज बहादुगढ़ में भी कई दुकानों पर बिक रहा है। उन्होंने बताया कि पूसा में एचडी 3226 का बीज 8 किलो की पैकिंग में 320 रुपये के हिसाब से मिल रहा था, लेकिन वहां बीज समाप्त हो गया था, इसलिए प्राइवेट दुकान से खरीदना पड़ा।
कंपनी को पहले ही बीज मिल गया था
राज बीज कंपनी रोहतक, जिसका बीज एचडी 3226 प्राइवेट दुकानों पर बिक रहा है, के मालिक नवनीत खुराना ने आउटलुक को बताया कि आईएआरआई ने अगस्त 2019 में बीज कंपनी को 100 किलो फाउंडेशन बीज दिया। इससे बीज तैयार करके कंपनियों को अगले साल से इसकी बिक्री करनी है। लेकिन इस पर रिसर्च तो पिछले चार से चल रही है। इसलिए कंपनी को यह बीज पहले ही मिल गया था। हालांकि कहां से मिला इस बारे में उन्होंने नहीं बताया। बीज की कीमत के बारे में उन्होंने बताया कि आईएआरआई ने 100 किलो फाउंडेशन बीज 65,000 रुपये में दिया है, इसलिए हमे उंचे दाम पर बेचना पड़ रहा है। अगले साल बीज की उपलब्धता ज्यादा रहेगी, तब कीमत में कमी आने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि हम किसानों को सलाह दे रहे हैं, इस बार केवल प्रयोग के तौर पर इसकी बुआई करें।
चालू रबी में एचडी 3226 किस्म का बीज बेचना गलतः आईएआरआई
आईएआरआई में जोनल टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट व बिजनेस प्लानिंग एंड डेवलपमेंट यूनिट की इंचार्ज डॉ. नीरू भूषण ने बताया कि इस साल 30 अगस्त को बीज कंपनियों से एचडी 3226 का बीज तैयार करने के लाइसेंस दिए गए हैं। इसके हिसाब से कंपनियों को इस साल बीज तैयार करना है, तथा अगले साल रबी सीजन में इस बीज की बिक्री शुरू करनी चाहिए। अगर कंपनियां चालू सीजन में ही एचडी 3226 की बिक्री कर रही हैं, तो यह गलत है। ....... आर एस राणा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें