आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने रबी तिलहन की फसल तोरिया का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 525 रुपये बढ़ाकर 4,425 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। कृषि मंत्रालय के अनुसार रबी विपणन सीजन 2019-20 के लिए तोरिया का एमएसपी 3,900 रुपये प्रति क्विंटल था। तोरिया की फसल रबी सीजन की अन्य तिलहनी फसल सरसों के बजाए कम अवधि में तैयार होती है।
कृषि मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार रबी विपणन सीजन 2020-21 के लिए तोरिया का एमएसपी तय किया गया है, तथा आगामी रबी विपणन सीजन में तोरिया की एमएसपी पर खरीद के लिए नेफेड के साथ ही स्मॉल फार्मर्स एग्री बिजनेस कंसोर्टियम (एसएफएसी) और अन्य नामित केंद्रीय एजेंसियों ने नामित किया गया है। आगामी रबी विपणन सीजन 2020-21 में ये कंपनियों तोरिया की सीधे किसानों से खरीद करेंगी।
कम समय पर पककर तैयार होती है तोरिया की फसल
तोरिया की फसल एक छोटी अवधि की फसल है। सरसों की नई फसल की आवक उत्पादक मंडियों में जहां मार्च में आती है, वहीं तोरिया की नई फसल की आवक फरवरी में शुरू हो जाती है। तोरिया की खेती मुख्य रूप से पूर्व में असम, बिहार, उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में की जाती है। इसके अलावा इसकी खेती पूर्वी उत्तर प्रदेश के सीमित क्षेत्रों में भी की जाती है। तोरिया रबी मौसम में उगाई जाने वाली तिलहनी फसल है। तोरिया की कुछ किस्में 85 से 90 दिन में पककर तैयार हो जाती है। केंद्र सरकार ने रबी विपणन सीजन 2020-21 के लिए सरसों का एमएसपी 4,425 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है।........... आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने रबी तिलहन की फसल तोरिया का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 525 रुपये बढ़ाकर 4,425 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। कृषि मंत्रालय के अनुसार रबी विपणन सीजन 2019-20 के लिए तोरिया का एमएसपी 3,900 रुपये प्रति क्विंटल था। तोरिया की फसल रबी सीजन की अन्य तिलहनी फसल सरसों के बजाए कम अवधि में तैयार होती है।
कृषि मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार रबी विपणन सीजन 2020-21 के लिए तोरिया का एमएसपी तय किया गया है, तथा आगामी रबी विपणन सीजन में तोरिया की एमएसपी पर खरीद के लिए नेफेड के साथ ही स्मॉल फार्मर्स एग्री बिजनेस कंसोर्टियम (एसएफएसी) और अन्य नामित केंद्रीय एजेंसियों ने नामित किया गया है। आगामी रबी विपणन सीजन 2020-21 में ये कंपनियों तोरिया की सीधे किसानों से खरीद करेंगी।
कम समय पर पककर तैयार होती है तोरिया की फसल
तोरिया की फसल एक छोटी अवधि की फसल है। सरसों की नई फसल की आवक उत्पादक मंडियों में जहां मार्च में आती है, वहीं तोरिया की नई फसल की आवक फरवरी में शुरू हो जाती है। तोरिया की खेती मुख्य रूप से पूर्व में असम, बिहार, उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में की जाती है। इसके अलावा इसकी खेती पूर्वी उत्तर प्रदेश के सीमित क्षेत्रों में भी की जाती है। तोरिया रबी मौसम में उगाई जाने वाली तिलहनी फसल है। तोरिया की कुछ किस्में 85 से 90 दिन में पककर तैयार हो जाती है। केंद्र सरकार ने रबी विपणन सीजन 2020-21 के लिए सरसों का एमएसपी 4,425 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है।........... आर एस राणा
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