आर एस राणा
नई दिल्ली। घरेलू बाजार में कीमतें बढ़ने के साथ ही विश्व बाजार में भाव में आई कमी के कारण जनवरी में डीओसी के निर्यात में 52 फीसदी की भारी कमी आई हैं। जनवरी में डीओसी का निर्यात घटकर 1,16,150 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल जनवरी में इसका निर्यात 2,39,613 टन का हुआ था।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन आॅफ इंडिया (एसईए) के अनुसार केंद्र सरकार ने 17 नवंबर 2017 को खाद्य तेलों के आयात पर शुल्क को 12.5 फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी कर दिया था। इसके साथ ही सोया डीओसी के निर्यात पर निर्यातकों को प्रोत्साहन राशि 5 फीसदी से बढ़ाकर 7 फीसदी कर देने से उद्योग के साथ ही किसानों को फायदा होगा। चालू वित्त वर्ष के दिसंबर के मुकाबले जनवरी में सोया डीओसी के साथ ही सरसों डीओसी, राईसब्रान और केस्टर डीओसी के निर्यात में भी कमी आई है।
चालू वित्त वर्ष 2017—18 के पहले 10 महीनों अप्रैल से जनवरी के दौरान डीओसी का कुल निर्यात पिछले वित्त वर्ष 2016—17 की समान अवधि के मुकाबले 68 फीसदी बढ़ा है। अप्रैल से जनवरी के दौरान डीओसी का निर्यात 23,62,049 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016—17 की समान अवधि में इनका निर्यात 14,09,527 टन का ही हुआ था।
घरेलू मंडियों में सोयाबीन की कीमतों में आई तेजी से सोया डीओसी के भाव भी बढ़े हैं। जनवरी में सोया डीओसी के औसत भाव बढ़कर भारतीय बंदरगाह पर 409 डॉलर प्रति टन हो गए, जबकि दिसंबर में इसके औसत भाव 375 डॉलर प्रति टन थे। सरसों डीओसी के भाव जनवरी में बढ़कर भारतीय बंदरगाह पर 226 डॉलर प्रति टन हो गए, जबकि दिसंबर में इसके भाव 224 डॉलर प्रति टन थे। ....... आर एस राणा
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