सालों में एक्सपोर्ट में बढ़त देखने को मिली है। अप्रैल से सितंबर तक मसालों का एक्सपोर्ट करीब 24 फीसदी बढ़ गया है। इस दौरान भारत से 5.5 लाख टन से ज्यादा मसाला एक्सपोर्ट हुआ है जिसकी कीमत करीब 8850 करोड़ रुपये है। इसमें सबसे ज्यादा लाल मिर्च, हल्दी और मेंथा का एक्सपोर्ट हुआ है। हालांकि उसके बाद से डॉलर के मुकाबले रुपये में करीब 4 फीसदी की मजबूती आ चुकी है। इस बीच रुपये में मजबूती के बावजूद खाने के तेलों में तेजी आई है। सोया और पाम तेल में बढ़त पर कारोबार हो रहा है। ग्लोबल मार्केट में खाने के तेल महंगे हो गए हैं।
नए साल के पहले हफ्ते में सोना करीब 1.5 फीसदी महंगा हो गया है। ग्लोबल मार्केट में इसका दाम 1320 डॉलर के ऊपर है। ये लगातार चौथा हफ्ता है जब सोना बढ़त बनाने में कामयाब हुआ है और इस दौरान इसका दाम पिछले साढ़े तीन महीने के ऊपरी स्तर पर चला गया है। इस दौरान रुपया भी मजबूत हुआ और इसके बावजूद घरेलू बाजार में सोने का भाव बढ़ा है। फिलहाल डॉलर के मुकाबले रुपया 2.5 साल की ऊंचाई पर है। एक डॉलर की कीमत 63.30 रुपये के पास है। अमेरिका में नॉन फार्म पेरोल डाटा आएगा। कच्चा तेल 2.5 साल के ऊपरी स्तर पर मजबूती से टिका हुआ है। अमेरिका में क्रूड का भंडार करीब 74 लाख बैरल गिर गया है। नैचुरल गैस का दाम करीब 2 फीसदी फिसल गया है। बेस मेटल में आज गिरावट आई है। कॉपर समेत सभी मेटल कमजोर हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें