आर एस राणा
नई दिल्ली। प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात की उंझा मंडी में नए जीरा की आवक शुरु हो गई है तथा आगे नई फसल की दैनिक आवक बढ़ेगी। चालू सीजन में प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात में जीरा की बुवाई में भारी बढ़ोतरी हुई है इसलिए आगामी दिनों में इसकी कीमतों में और गिरावट आने का अनुमान है। उंझा मंडी में मंगलवार को जीरा की 5 से 6 बोरी (एक बोरी—40 किलो) की आवक हुई, तथा नए जीरा का भाव 4,500 रुपये प्रति 20 किलो रहा। पुराने जीरा की आवक 3,000 से 3,500 बोरी की हुई तथा भाव 3,500 से 3,800 रुपये प्रति 20 किलो रहे।
उंझा मंडी के जीरा कारोबारी समीर भाई शाह ने बताया कि नए जीरा की आवक चालू हो गई है। हालांकि अभी आवक सीमित मात्रा में ही हो रही है, लेकिन मौसम अनुकूल है इसलिए आगामी दिनों में दैनिक आवक बढ़ेगी। चालू सीजन में बुवाई में हुई बढ़ोतरी को देखते हुए पैदावार ज्यादा होने का अनुमान है इसलिए आगामी दिनों में इसकी कीमतों में मंदा गिरावट आने का अनुमान है।
गुजरात कृषि निदेशालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार राज्य में जीरा की बुवाई में 38 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल बुवाई 3.8 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई इस समय तक केवल 2.8 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई थी।
जीरा निर्यातक फर्म जैब्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर एस शाह ने बताया कि नई फसल को आवक को देखते हुए आयातक देशों की मांग कम हो गई है। नई फसल की आवक चालू महीने के आखिर तक बढ़ जायेगी, ऐसे में फरवरी में फिर से निर्यात सौदों में तेजी आने का अनुमान है। विश्व बाजार में भारतीय जीरा का भाव 3.70 डॉलर प्रति किलो हैं जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसका भाव 3.64 डॉलर प्रति किलो था। भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2017—18 के पहले छह महीनों अप्रैल से सितंबर के दौरान जीरा का निर्यात 16 फीसदी बढ़कर 79,460 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 68,596 टन का ही हुआ था। ........आर एस राणा
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