आर एस राणा
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में राज्य सरकार चालू रबी में चना के साथ ही मसूर की खरीद भावांतर योजना के तहत करेगी। रबी में दलहन की खरीद के लिए भावांतर योजना पहली मार्च 2018 से शुरु होगी तथी 31 मई 2018 तक लागू रहेगी। इसके लिए फरवरी में राज्य के दलहन किसानों को भावांतर भुगतान योजना के पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा। चना की कीमतों के लिए प्रमुख उत्पादक राज्यों राजस्थान और महाराष्ट्र की मंडियों के भाव पर औसत भाव निकाला जायेगा। भावांतर योजना के तहत मंडियों में जिसं के भाव और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के अंतर का भुगतान किया जाता है।
चना के अलावा मसूर के किसानों को भी मध्य प्रदेश सरकार भावांतर योजना का लाभ देगी। सूत्रों के अनुसार मसूर के भाव का माडल उत्तर प्रदेश और बिहार की मंडियों के औसत भाव के आधार पर निकाला जायेगा।
उत्पादक मंडियों में फरवरी में नए चना की आवक बनेगी, जबकि मसूर की आवक मार्च के आखिर और अप्रैल बनेगी। चालू सीजन में चना के साथ ही मसूर का उत्पादन ज्यादा होने का अनुमान है जबकि उत्पादक मंडियों में नई फसल की आवक बनने से पहले ही चना और मसूर के भाव एमएसपी से नीचे चल रहे हैं।
केंद्र सरकार ने रबी विपणन सीजन 2017—18 के लिए चना का एमएसपी 4,400 रुपये प्रति क्विंटल (बोनस सहित) तय किया हुआ है जबकि मसूर का एमएसपी 4,250 रुपये प्रति क्विंटल है। मध्य प्रदेश की इंदौर मंडी में चना के भाव बुधवार को 3,700 रुपये और मसूर के भाव 3,375 रुपये प्रति क्विंटल रहे। ............ आर एस राणा
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