आर एस राणा
नई दिल्ली। अक्टूबर के मुकाबले नवंबर महीने में सोयाबीन की दैनिक आवक उत्पादक मंडियों में ज्यादा हुई है। उत्पादक मंडियों में नवंबर में सोयाबीन की दैनिक आवक बढ़कर 19 लाख टन की हुई है जबकि अक्टूबर में केवल 15.50 लाख टन की ही आवक हुई थी। नवंबर में सोया डीओसी का निर्यात भी बढ़कर 2.48 लाख टन का हुआ है जबकि अक्टूबर में इसका निर्यात केवल 0.77 लाख टन का ही हुआ था।
सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (सोपा) के अनुसार चालू तेल वर्ष 2017-18 के पहले दो महीनों अक्टूबर-नवंबर में डीओसी का निर्यात 3.25 लाख टन का हुआ है जबकि इस दौरान सोया डीओसी का उत्पादन 14.18 लाख टन का हुआ है। चालू तेल वर्ष 2017-18 में सोया डीओसी का कुल निर्यात बढ़कर 24 से 25 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले तेल वर्ष में इसका निर्यात केवल 20 लाख टन का ही हुआ था।
सोपा के अनुसार उत्पादक मंडियों में चालू तेल वर्ष 2017-18 के पहले दो महीनों अक्टूबर-नवंबर के दौरान 34.50 लाख टन सोयाबीन की आवक हो चुकी है। चालू फसल सीजन में सोयाबीन का उत्पादन घटकर 91.46 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि नई फसल के समय बकाया करीब 13.93 लाख टन को मिलाकर कुल उपलब्धता 105.39 लाख टन की बैठेगी। ............... आर एस राणा
नई दिल्ली। अक्टूबर के मुकाबले नवंबर महीने में सोयाबीन की दैनिक आवक उत्पादक मंडियों में ज्यादा हुई है। उत्पादक मंडियों में नवंबर में सोयाबीन की दैनिक आवक बढ़कर 19 लाख टन की हुई है जबकि अक्टूबर में केवल 15.50 लाख टन की ही आवक हुई थी। नवंबर में सोया डीओसी का निर्यात भी बढ़कर 2.48 लाख टन का हुआ है जबकि अक्टूबर में इसका निर्यात केवल 0.77 लाख टन का ही हुआ था।
सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (सोपा) के अनुसार चालू तेल वर्ष 2017-18 के पहले दो महीनों अक्टूबर-नवंबर में डीओसी का निर्यात 3.25 लाख टन का हुआ है जबकि इस दौरान सोया डीओसी का उत्पादन 14.18 लाख टन का हुआ है। चालू तेल वर्ष 2017-18 में सोया डीओसी का कुल निर्यात बढ़कर 24 से 25 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले तेल वर्ष में इसका निर्यात केवल 20 लाख टन का ही हुआ था।
सोपा के अनुसार उत्पादक मंडियों में चालू तेल वर्ष 2017-18 के पहले दो महीनों अक्टूबर-नवंबर के दौरान 34.50 लाख टन सोयाबीन की आवक हो चुकी है। चालू फसल सीजन में सोयाबीन का उत्पादन घटकर 91.46 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि नई फसल के समय बकाया करीब 13.93 लाख टन को मिलाकर कुल उपलब्धता 105.39 लाख टन की बैठेगी। ............... आर एस राणा
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