आर एस राणा
नई दिल्ली। कर्नाटका सरकार ने केंद्र सरकार से कालीमिर्च के आयात पर रोक लगाने की मांग की है। कर्नाटका के मुख्यमंत्री ने वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु से कालीमर्च के आयात पर जल्द से जल्द रोक लगाने के लिए पत्र लिखा है। राज्य सरकार ने अनुसार सस्ता आयात होने के कारण घरेलू बाजार में कालीमिर्च की कीमतों में लगातार गिरावट बनी हुई है जिसका नुकसान कालीमिर्च उत्पादकों को उठाना पड़ रहा है।
सालभर में कालीमिर्च के भाव में करीब 50 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है। कुमली मंडी में अनर्गाब्लड कालीमिर्च का भाव घटकर 38,700 रुपये, ग्रेड-वन का भाव 41,700 रुपये और बोल्ड क्वालिटी का भाव 44,700 रुपये प्रति क्विंटल रह गया। भारत में कालीमिर्च का बड़े पैमाने पर आयात श्रीलंका से हो रहा है।
विश्व बाजार में कालीमिर्च की उपलब्धता ज्यादा होने से हमारे से निर्यात सीमित मात्रा में ही पा रहा है जिसकी वजह से घरेलू बाजार में इसकी कीमतों में लगातार मंदा बना हुआ है। भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही अप्रैल से जून के दौरान कालीमिर्च के निर्यात में 13 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात 3,900 टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इसका निर्यात 4,465 टन का हुआ था। विश्व बाजार में भारतीय कालीमिर्च का भाव घटकर 4.63 डॉलर प्रति किलो रह गया जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसका भाव 7.71 डॉलर प्रति किलो था।............. आर एस राणा
नई दिल्ली। कर्नाटका सरकार ने केंद्र सरकार से कालीमिर्च के आयात पर रोक लगाने की मांग की है। कर्नाटका के मुख्यमंत्री ने वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु से कालीमर्च के आयात पर जल्द से जल्द रोक लगाने के लिए पत्र लिखा है। राज्य सरकार ने अनुसार सस्ता आयात होने के कारण घरेलू बाजार में कालीमिर्च की कीमतों में लगातार गिरावट बनी हुई है जिसका नुकसान कालीमिर्च उत्पादकों को उठाना पड़ रहा है।
सालभर में कालीमिर्च के भाव में करीब 50 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है। कुमली मंडी में अनर्गाब्लड कालीमिर्च का भाव घटकर 38,700 रुपये, ग्रेड-वन का भाव 41,700 रुपये और बोल्ड क्वालिटी का भाव 44,700 रुपये प्रति क्विंटल रह गया। भारत में कालीमिर्च का बड़े पैमाने पर आयात श्रीलंका से हो रहा है।
विश्व बाजार में कालीमिर्च की उपलब्धता ज्यादा होने से हमारे से निर्यात सीमित मात्रा में ही पा रहा है जिसकी वजह से घरेलू बाजार में इसकी कीमतों में लगातार मंदा बना हुआ है। भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही अप्रैल से जून के दौरान कालीमिर्च के निर्यात में 13 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात 3,900 टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इसका निर्यात 4,465 टन का हुआ था। विश्व बाजार में भारतीय कालीमिर्च का भाव घटकर 4.63 डॉलर प्रति किलो रह गया जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसका भाव 7.71 डॉलर प्रति किलो था।............. आर एस राणा
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