ग्लोबल मार्केट में सोना पिछले दो महीने का निचला स्तर छू चुका है। वहीं
कल घरेलू बाजार में सोना 29000 रुपये के भी नीचे फिसल चुका है जो पिछले
चार महीने का निचला स्तर है। वहीं चांदी भी 4.5 महीने के निचले स्तर पर आ
चुकी है। इस महीने अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ने का अनुमान है और कल
वहां नॉन फार्म पेरोल डाटा जारी होने वाला है। ऐसे में डॉलर धीरे-धीरे
मजबूत हो रहा है जिससे सोने और चांदी की चमक फीकी पड़ती जा रही है। अमेरिका में भंडार बढ़ने से कच्चे तेल में भी गिरावट आई है।
ग्लोबल मार्केट में ब्रेंट और डब्ल्यूटीआई क्रूड दबाव में कारोबार कर रहे
हैं। डॉलर में बढ़त और लंदन मेटल एक्सचेंज के गोदामों में भंडार बढ़ने से
कॉपर का दाम पिछले दो महीने के निचले स्तर पर आ गया है। कल इसमें भारी
गिरावट देखने को मिली थी। हालांकि डॉलर में बढ़त से रुपये पर दबाव बढ़ गया
है। एक डॉलर की कीमत 64.40 रुपये के पार चली गई है। आज आरबीआई पॉलिसी पर भी
बाजार की नजर है।
06 दिसंबर 2017
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