आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू रबी में राजस्थान में 8 दिसंबर 2017 तक जहां चना की बुवाई तय लक्ष्य के करीब पहुंच गई है वहीं सरसों की बुवाई में कमी आई है। राज्य के कृषि निदेशालय के अनुसार चना की बुवाई 99.5 फीसदी होकर कुल 14.91 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि लक्ष्य 15 लाख हैक्टेयर का तय किया गया था। हालांकि पिछले साल राज्य में चना की बुवाई 15.48 लाख हैक्टेयर में हुई थी।
सरसों की बुवाई चालू रबी में राज्य में अभी तक केवल 19.43 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि राज्य के कृषि निदेशालय ने 26 लाख हैक्टेयर का लक्ष्य तय किया था। अतः कुल बुवाई तय लक्ष्य का केवल 74.8 फीसदी ही हो पाई है। पिछले साल राज्य में सरसों की बुवाई 25.04 लाख हैक्टेयर में हुई थी।
अन्य फसलों में गेहूं की बुवाई चालू रबी में 8 दिसंबर 2017 तक राज्य में 23.67 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में राज्य में 24.55 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। जौ की बुवाई चालू सीजन में राज्य में 2.99 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि बुवाई का लक्ष्य 3 लाख हैक्टेयर का तय किया गया था। पिछले साल राज्य में इस समय तक 2.76 लाख हैक्टेयर में ही जौ की बुवाई हुई थी।............. आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू रबी में राजस्थान में 8 दिसंबर 2017 तक जहां चना की बुवाई तय लक्ष्य के करीब पहुंच गई है वहीं सरसों की बुवाई में कमी आई है। राज्य के कृषि निदेशालय के अनुसार चना की बुवाई 99.5 फीसदी होकर कुल 14.91 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि लक्ष्य 15 लाख हैक्टेयर का तय किया गया था। हालांकि पिछले साल राज्य में चना की बुवाई 15.48 लाख हैक्टेयर में हुई थी।
सरसों की बुवाई चालू रबी में राज्य में अभी तक केवल 19.43 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि राज्य के कृषि निदेशालय ने 26 लाख हैक्टेयर का लक्ष्य तय किया था। अतः कुल बुवाई तय लक्ष्य का केवल 74.8 फीसदी ही हो पाई है। पिछले साल राज्य में सरसों की बुवाई 25.04 लाख हैक्टेयर में हुई थी।
अन्य फसलों में गेहूं की बुवाई चालू रबी में 8 दिसंबर 2017 तक राज्य में 23.67 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में राज्य में 24.55 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। जौ की बुवाई चालू सीजन में राज्य में 2.99 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि बुवाई का लक्ष्य 3 लाख हैक्टेयर का तय किया गया था। पिछले साल राज्य में इस समय तक 2.76 लाख हैक्टेयर में ही जौ की बुवाई हुई थी।............. आर एस राणा
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