आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू सीजन में प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात में जहां जीरा की बुवाई 11 दिसंबर 2017 तक बढ़कर 111 फीसदी क्षेत्रफल में हो चुकी है, वहीं धनिया की बुवाई केवल 62 फीसदी क्षेत्रफल में ही हो पाई है।
राज्य के कृषि निदेशालय के अनुसार राज्य में जीरा की बुवाई बढ़कर 3.11 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में राज्य में केवल 2.26 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हो पाई थी। सामान्यतः जीरा की बुवाई गुजरात में 2.80 लाख हैक्टेयर में होती है। चालू सीजन में जीरा की कीमतों में आई तेजी को देखते हुए किसानों ने इसकी बुवाई ज्यादा की है।
धनिया की बुवाई चालू सीजन में गुजरात में अभी तक केवल 63,600 हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में 1 लाख हैक्टेयर से ज्यादा क्षेत्रफल में धनिया की बुवाई हो चुकी थी। सामान्यतः धनिया की बुवाई गुजरात में एक लाख हैक्टेयर में ही होती है।
अन्य फसलों में सौंफ की बुवाई चालू सीजन में राज्य में 11 दिसंबर 2017 तक 33 हजार हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 36,900 हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। इसबगोल की बुवाई चालू सीजन में गुजरात में 16,700 हैक्टेयर में हो चुकी है, जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 9,700 हैक्टेयर में ही बुवाई हो पाई थी।.............. आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू सीजन में प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात में जहां जीरा की बुवाई 11 दिसंबर 2017 तक बढ़कर 111 फीसदी क्षेत्रफल में हो चुकी है, वहीं धनिया की बुवाई केवल 62 फीसदी क्षेत्रफल में ही हो पाई है।
राज्य के कृषि निदेशालय के अनुसार राज्य में जीरा की बुवाई बढ़कर 3.11 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में राज्य में केवल 2.26 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हो पाई थी। सामान्यतः जीरा की बुवाई गुजरात में 2.80 लाख हैक्टेयर में होती है। चालू सीजन में जीरा की कीमतों में आई तेजी को देखते हुए किसानों ने इसकी बुवाई ज्यादा की है।
धनिया की बुवाई चालू सीजन में गुजरात में अभी तक केवल 63,600 हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में 1 लाख हैक्टेयर से ज्यादा क्षेत्रफल में धनिया की बुवाई हो चुकी थी। सामान्यतः धनिया की बुवाई गुजरात में एक लाख हैक्टेयर में ही होती है।
अन्य फसलों में सौंफ की बुवाई चालू सीजन में राज्य में 11 दिसंबर 2017 तक 33 हजार हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 36,900 हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। इसबगोल की बुवाई चालू सीजन में गुजरात में 16,700 हैक्टेयर में हो चुकी है, जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 9,700 हैक्टेयर में ही बुवाई हो पाई थी।.............. आर एस राणा
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