आर एस राणा
नई दिल्ली। आयातित पॉम तेल की कीमतों में मंदा आने से घरेलू बाजार में भी खाद्य तेलों की कीमतों में गिरावट आई है। केंद्र सरकार द्वारा आयातित खाद्य तेलों पर आयात शुल्क लगाने के बावजूद भी नवंबर में खाद्य तेलों का आयात ज्यादा हुआ था, जबकि घरेलू मंडियों में खरीफ तिलहनों की आवकों का भी दबाव है इसलिए घरेलू बाजार में इनकी कीमतों में और गिरावट आने का अनुमान है।
विश्व बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में मंदा बना हुआ है, मलेशिया में पॉम तेल की कीमतों में 2 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। भारत द्वारा खाद्य तेलों पर आयात शुल्क बढ़ा देने से मलेशिया में पॉम तेल का भंडार पिछले दो साल के उपरी स्तर पर पहुंच गया है जिसका इसकी कीमतों पर पड़ा है।
सोयाबीन की कीमतों में भी विश्व बाजार में गिरावट बनी हुई है। ब्राजील में सोयाबीन की रिकार्ड पैदावार का अनुमान है जबकि अर्जेंटीना में भी मौसम सुधरने से इसकी पैदावार बढ़ने का अनुमान है। यही कारण है कि विश्व बाजार में सोयबीन के भाव पिछले 3 महीने के नीचले स्तर पर आ गए हैं। ........... आर एस राणा
नई दिल्ली। आयातित पॉम तेल की कीमतों में मंदा आने से घरेलू बाजार में भी खाद्य तेलों की कीमतों में गिरावट आई है। केंद्र सरकार द्वारा आयातित खाद्य तेलों पर आयात शुल्क लगाने के बावजूद भी नवंबर में खाद्य तेलों का आयात ज्यादा हुआ था, जबकि घरेलू मंडियों में खरीफ तिलहनों की आवकों का भी दबाव है इसलिए घरेलू बाजार में इनकी कीमतों में और गिरावट आने का अनुमान है।
विश्व बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में मंदा बना हुआ है, मलेशिया में पॉम तेल की कीमतों में 2 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। भारत द्वारा खाद्य तेलों पर आयात शुल्क बढ़ा देने से मलेशिया में पॉम तेल का भंडार पिछले दो साल के उपरी स्तर पर पहुंच गया है जिसका इसकी कीमतों पर पड़ा है।
सोयाबीन की कीमतों में भी विश्व बाजार में गिरावट बनी हुई है। ब्राजील में सोयाबीन की रिकार्ड पैदावार का अनुमान है जबकि अर्जेंटीना में भी मौसम सुधरने से इसकी पैदावार बढ़ने का अनुमान है। यही कारण है कि विश्व बाजार में सोयबीन के भाव पिछले 3 महीने के नीचले स्तर पर आ गए हैं। ........... आर एस राणा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें