आर एस राणा
नई दिल्ली। मलेशिया में पाम तेल का उत्पादन मार्च से बढ़ने का अनुमान है इसका असर पाम तेल की कीमतों पर पड़ना चालू हो गया है। गुरुवार को मलेशिया में पाम तेल का भाव 2,800 रिंगिट से भी नीचे आ गया है जोकि पिछले साढ़े तीन महीने का निचला स्तर है।
भारत में खाद्य तेलों के आयात में पाम तेल की हिस्सदेारी सबसे ज्यादा है इसलिए इसका असर घरेलू बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों पर भी पड़ेगा। वैसे भी खरीफ के साथ ही रबी में भी घरेलू बाजार में तिलहनों की पैदावार ज्यादा होने का अनुमान है जिससे सरसों और मूंगफली की कीमतों में गिरावट आई है। सोयाबीन की कीमतों भी पिछले दस दिनों से मंदे का ही रुख बना हुआ है।
घरेलू बाजार में खाद्य तेलों के भाव काफी नीचे आ चुके हैं, तथा आगे त्यौहारी मांग है इसलिए इनकी कीमतों में नीचे भाव में मांग निकलने से हल्का सुधार आ सकता है लेकिन आयात तेल सस्ते होने के कारण बड़ी तेजी की संभावना नहीं है।.............आर एस राणा
नई दिल्ली। मलेशिया में पाम तेल का उत्पादन मार्च से बढ़ने का अनुमान है इसका असर पाम तेल की कीमतों पर पड़ना चालू हो गया है। गुरुवार को मलेशिया में पाम तेल का भाव 2,800 रिंगिट से भी नीचे आ गया है जोकि पिछले साढ़े तीन महीने का निचला स्तर है।
भारत में खाद्य तेलों के आयात में पाम तेल की हिस्सदेारी सबसे ज्यादा है इसलिए इसका असर घरेलू बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों पर भी पड़ेगा। वैसे भी खरीफ के साथ ही रबी में भी घरेलू बाजार में तिलहनों की पैदावार ज्यादा होने का अनुमान है जिससे सरसों और मूंगफली की कीमतों में गिरावट आई है। सोयाबीन की कीमतों भी पिछले दस दिनों से मंदे का ही रुख बना हुआ है।
घरेलू बाजार में खाद्य तेलों के भाव काफी नीचे आ चुके हैं, तथा आगे त्यौहारी मांग है इसलिए इनकी कीमतों में नीचे भाव में मांग निकलने से हल्का सुधार आ सकता है लेकिन आयात तेल सस्ते होने के कारण बड़ी तेजी की संभावना नहीं है।.............आर एस राणा
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