आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू रबी में भले ही देश में गेहूं का रिकार्ड उत्पादन होने का अनुमान हो, लेकिन सस्ता होने के कारण आयातक अभी भी गेहूं के आयात सौदे कर रहे हैं। चालू सीजन में अभी तक करीब 40 लाख टन गेहूं का आयात हो चुका है जबकि मार्च में करीब 2 लाख टन गेहूं का और आयात होने का अनुमान है।
आयातित गेहूं सस्ता होने के कारण दक्षिण भारत की फ्लोर मिलें आयातित गेहूं का स्टॉक कर रही है तथा माना जा रहा है कि कुल आयात हुए 40 लाख टन गेहूं में से फ्लोर मिलों के पास करीब 18 से 20 लाख टन गेहूं का स्टॉक बचा हुआ है, जिसकी पिसाई मार्च-अप्रैल में होगी। आस्टेलिया से आयातित गेहूं का भाव तुतीकोरन बंदरगाह पर 1,665 से 1,710 रुपये प्रति क्विंटल है, जबकि लाल गेहूं का भाव 1,610 से 1,620 रुपये प्रति क्विंटल है। इस समय तुतीकोरन, चैन्नई और कोचीन बंदरगाह पर ही आयातित गेहूं आ रहा है।
चालू रबी विपणन सीजन 2017-18 के लिए केंद्र सरकार ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 1,625 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है तथा इन भावों में दक्षिण भारत की फ्लोर मिलें गेहूं की खरीद उत्तर भारत के राज्यों से करती है तो दक्षिण भारत की मिलों में पहुंच इसका भाव करीब 2,000 प्रति क्विंटल होगा जबकि आस्ट्रेलिया से आयातित गेहूं दक्षिण भारत की मिलों में पहुंच 1,800 रुपये प्रति क्विंटल पड़ रहा है इसीलिए मिलें आयात गेहूं का स्टॉक कर रही हैं।-----------------पूरी खबर के लिए जुड़े
rsrana2001@gmail.com
नई दिल्ली। चालू रबी में भले ही देश में गेहूं का रिकार्ड उत्पादन होने का अनुमान हो, लेकिन सस्ता होने के कारण आयातक अभी भी गेहूं के आयात सौदे कर रहे हैं। चालू सीजन में अभी तक करीब 40 लाख टन गेहूं का आयात हो चुका है जबकि मार्च में करीब 2 लाख टन गेहूं का और आयात होने का अनुमान है।
आयातित गेहूं सस्ता होने के कारण दक्षिण भारत की फ्लोर मिलें आयातित गेहूं का स्टॉक कर रही है तथा माना जा रहा है कि कुल आयात हुए 40 लाख टन गेहूं में से फ्लोर मिलों के पास करीब 18 से 20 लाख टन गेहूं का स्टॉक बचा हुआ है, जिसकी पिसाई मार्च-अप्रैल में होगी। आस्टेलिया से आयातित गेहूं का भाव तुतीकोरन बंदरगाह पर 1,665 से 1,710 रुपये प्रति क्विंटल है, जबकि लाल गेहूं का भाव 1,610 से 1,620 रुपये प्रति क्विंटल है। इस समय तुतीकोरन, चैन्नई और कोचीन बंदरगाह पर ही आयातित गेहूं आ रहा है।
चालू रबी विपणन सीजन 2017-18 के लिए केंद्र सरकार ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 1,625 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है तथा इन भावों में दक्षिण भारत की फ्लोर मिलें गेहूं की खरीद उत्तर भारत के राज्यों से करती है तो दक्षिण भारत की मिलों में पहुंच इसका भाव करीब 2,000 प्रति क्विंटल होगा जबकि आस्ट्रेलिया से आयातित गेहूं दक्षिण भारत की मिलों में पहुंच 1,800 रुपये प्रति क्विंटल पड़ रहा है इसीलिए मिलें आयात गेहूं का स्टॉक कर रही हैं।-----------------पूरी खबर के लिए जुड़े
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