आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू रबी में मक्का की बुवाई में हुई बढ़ोतरी से इसकी पैदावार भी ज्यादा होने का अनुमान है, जिससे मौजूदा कीमतों में गिरावट आने का अनुमान है। मक्का के भाव दिल्ली में 1,570 से 1,575 रुपये, निजामाबाद मंडी में 1,400 से 1,480 रुपये, दावणगिरी में 1,630 रुपये और बिहार की गुलाबबाग मंडी में 1,500 से 1,600 रुपये प्रति क्विंटल हैं। मार्च में दक्षिण भारत की मंडियों में नई मक्का की आवक चालू हो जायेगी, जबकि अप्रैल में बिहार की मंडियों में आवकों का दबाव बन जायेगा, जिससे मक्का की कीमतों में 200 से 300 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आने की आशंका है।
कृषि मंत्रालय के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू रबी में मक्का का उत्पादन बढ़कर 68.9 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल रबी में इसकी पैदावार 65.1 लाख टन की हुई थी। रबी में मक्का की सबसे ज्यादा पैदावार बिहार में होती है, बिहार के अलावा आंध्रप्रदेश, गुजरात, कर्नाटका, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और तेलंगाना में रबी सीजन में मक्का का उत्पादन होता है। चालू रबी में मक्का की बुवाई बढ़कर 16.50 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल इसकी बुवाई 15.07 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी। हालांकि आंध्रप्रदेश और तमिलनाडु में बुवाई पिछले साल की तुलना में कम हुई है, लेकिन बिहार, महाराष्ट्र और तेलंगाना में बुवाई ज्यादा हुई है।
मार्च दक्षिण भारत के राज्यों की मंडियों में रबी मक्का की आवक चालू हो जायेगी, तथा अप्रैल में बिहार में मक्का की आवकों का दबाव बन जायेगा। होली के बाद पोल्ट्री फीड निर्माताओं की मांग भी मक्का में कम हो जायेगी। उधर विश्व बाजार में मक्का के भाव कम है इसलिए निर्यात की संभावना नहीं है। अतः ऐसे में आगामी महीने में घरेलू बाजार में मक्का की कीमतों में 200 से 300 रुपये क्विंटल की गिरावट आने की आशंका है। बिहार की मंडियों में मक्का के भाव घटकर नीचे में 1,200 से 1,250 रुपये प्रति क्विंटल बन सकते हैं जबकि केंद्र सरकार मक्का का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 1,365 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है।.........आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू रबी में मक्का की बुवाई में हुई बढ़ोतरी से इसकी पैदावार भी ज्यादा होने का अनुमान है, जिससे मौजूदा कीमतों में गिरावट आने का अनुमान है। मक्का के भाव दिल्ली में 1,570 से 1,575 रुपये, निजामाबाद मंडी में 1,400 से 1,480 रुपये, दावणगिरी में 1,630 रुपये और बिहार की गुलाबबाग मंडी में 1,500 से 1,600 रुपये प्रति क्विंटल हैं। मार्च में दक्षिण भारत की मंडियों में नई मक्का की आवक चालू हो जायेगी, जबकि अप्रैल में बिहार की मंडियों में आवकों का दबाव बन जायेगा, जिससे मक्का की कीमतों में 200 से 300 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आने की आशंका है।
कृषि मंत्रालय के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू रबी में मक्का का उत्पादन बढ़कर 68.9 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल रबी में इसकी पैदावार 65.1 लाख टन की हुई थी। रबी में मक्का की सबसे ज्यादा पैदावार बिहार में होती है, बिहार के अलावा आंध्रप्रदेश, गुजरात, कर्नाटका, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और तेलंगाना में रबी सीजन में मक्का का उत्पादन होता है। चालू रबी में मक्का की बुवाई बढ़कर 16.50 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल इसकी बुवाई 15.07 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी। हालांकि आंध्रप्रदेश और तमिलनाडु में बुवाई पिछले साल की तुलना में कम हुई है, लेकिन बिहार, महाराष्ट्र और तेलंगाना में बुवाई ज्यादा हुई है।
मार्च दक्षिण भारत के राज्यों की मंडियों में रबी मक्का की आवक चालू हो जायेगी, तथा अप्रैल में बिहार में मक्का की आवकों का दबाव बन जायेगा। होली के बाद पोल्ट्री फीड निर्माताओं की मांग भी मक्का में कम हो जायेगी। उधर विश्व बाजार में मक्का के भाव कम है इसलिए निर्यात की संभावना नहीं है। अतः ऐसे में आगामी महीने में घरेलू बाजार में मक्का की कीमतों में 200 से 300 रुपये क्विंटल की गिरावट आने की आशंका है। बिहार की मंडियों में मक्का के भाव घटकर नीचे में 1,200 से 1,250 रुपये प्रति क्विंटल बन सकते हैं जबकि केंद्र सरकार मक्का का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 1,365 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है।.........आर एस राणा
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