आर एस राणा
नई दिल्ली। प्रमुख उत्पादक राज्यों गुजरात और राजस्थान में मूंगफली का स्टॉक सीमित मात्रा में बचा हुआ है जबकि इस समय तेल में मांग अच्छी बनी हुई है। चालू खरीफ में मूंगफली की बुवाई भी पिछले साल की तुलना में कम हुई है तथा गुजरात के प्रमुख मूंगफली उत्पादक क्षेत्रों में अभी तक बारिष भी कम हुई है। ऐसे में मूंगफली की कीमतों में तेजी जारी रहने की संभावना है।
मूंगफली कारोबारी समीर भाई षाह ने बताया कि उत्पादक राज्यों में मूंगफली का स्टॉक काफी कम है जबकि इस समय मूंगफली तेल में घरेलू मांग अच्छी है। इसीलिए मूुंगफली की कीमतों में तेजी देखी जा रही है। राजकोट में मूंगफली के भाव बढ़कर 5,000 रुपये प्रति क्विंटल हो गए जबकि मूंगफली तेल का भाव 1,075 रुपये प्रति 10 किलो हो गया। उन्होंने बताया कि उत्पादक मंडियों में मूंगफली की दैनिक आवक घटकर 5,000 से 6,000 बोरी (एक बोरी-35 किलो) की रह गई। नई फसल की आवक अक्टूबर में बनेगी, ऐसे में मौजूदा कीमतों में और भी तेजी की संभावना है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2015-16 के पहले तीन महीनों अप्रैल से जून के दौरान मूंगफली दाने का निर्यात मूल्य के हिसाब से बढ़कर 935.14 करोड़ रुपये का हो गया जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 919.34 करोड़ रुपये का ही हुआ था।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में मूंगफली की बुवाई 32.37 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 33.47 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी।.....आर एस राणा
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