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17 अगस्त 2015

पहली तिमाही में ग्वार गम उत्पादों के निर्यात में 48 फीसदी की भारी गिरावट



आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2015-16 की पहली तिमाही (अप्रैल से जून) के दौरान ग्वार गम उत्पादों के निर्यात में 48 फीसदी की भारी गिरावट आकर कुल निर्यात 90,000 टन का ही हुआ है। मूल्य के हिसाब से इस दौरान ग्वार गम उत्पादों के निर्यात में 52.61 फीसदी की भारी गिरावट आई है।
एपीडा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चालू वित्त वर्ष 2015-16 की पहली तिमाही में देश से केवल 90 हजार टन ग्वार गम उत्पादों का ही निर्यात हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2014-15 की पहली तिमाही में 1.78 लाख टन ग्वार गम उत्पादों का निर्यात हुआ था। उन्होंने बताया कि अमेरिका के साथ ही खाड़ी देशों की आयात मांग इस दौरान काफी कम रही है, लेकिन उम्मीद है कि आगामी दिनों में इन देशों की आयात मांग में सुधार आयेगा। निर्यातक कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि चालू खरीफ में उत्पादक राज्यों में अच्छी बारिश से पैदावार ज्यादा होने का अनुमान है जबकि उत्पादक राज्यों में ग्वार सीड का स्टॉक ज्यादा है। इसीलिए बिकवाली इस समय ज्यादा आ रही है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2015-16 की पहली तिमाही (अप्रैल से जून) के दौरान देश से केवल 1,104.77 करोड़ रुपये मूल्य का ही ग्वार गम उत्पादों का निर्यात हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2014-15 की पहली तिमाही में 2,331.12 करोड़ रुपये मूल्य का निर्यात हुआ था।
ग्वार कारोबारी राजकुमार बंसल ने बताया कि ग्वार गम उत्पादों में निर्यात मांग कमजोर होने के साथ ही उत्पादक मंडियों में आवक ज्यादा होने से ग्वार सीड और ग्वार गम की कीमतों में लगातार गिरावट बनी हुई है। उन्होंने बताया कि जोधपुर मंडी में ग्वार सीड के भाव घटकर सोमवार को 3,600 रुपये और गंगानगर मंडी में 3,500 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। जोधपुर मंडी में ग्वार गम के भाव घटकर 7,800 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। उन्होंने बताया कि महीने भर में ग्वार सीड की कीमतों में करीब 500 से 600 रुपये और ग्वार गम की कीमतों में 1,000 से 1,100 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ चुकी है।......आर एस राणा

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