आर एस राणा
नई दिल्ली। इलायची में साउदी अरब के साथ ही अन्य खाड़ी देषों की आयात में बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में नीलामी केंद्र पर आवक बढ़ने के बावजूद भी इलायची की कीमतों में चल रही गिरावट रुकेगी। नीलामी केंद्रों पर साप्ताहिक इलायची की आवक बढ़कर 5 से 6 लाख किलो की हो गई है।
इलायची की निर्यातक फर्म के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि साउदी अरब के साथ ही अन्य खाड़ी देषों की आयात मांग इलायची में बढ़ी है। जून-जुलाई में देष से करीब 400 टन इलायची का निर्यात हो चुका है। मौजूदा मांग को देखते हुए चालू वित्त वर्ष 2015-16 में इलायची के निर्यात में बढ़ोतरी होने का अनुमान है। विष्व बाजार में भारतीय इलायची का भाव 10 से 15.50 डॉलर प्रति किलो है जबकि ग्वाटेमाला की इलायची का भाव 8 से 14 डॉलर प्रति किलो है। ग्वाटेमाला के पास बोल्ड किस्म की इलायची का स्टॉक कम है जबकि ग्वाटेमाला में नई इलायची की फसल नवंबर-दिसंबर महीने में आयेगी। ऐसे में अगले 3-4 महीनों में भारत से निर्यात में और भी बढ़ोतरी होने का अनुमान है।
कार्डमम ग्रोवर एसासिएषन के सचिव के के देवसिया ने बताया कि चालू फसल सीजन में देष में इलायची की पैदावार 23,000 से 24,000 टन होने का अनुमान है जबकि इस समय नीलामी केंद्रों पर दैनिक आवक 80,000 से 1,00,000 किलो की हो रही है। उन्होंने बताया कि बोल्ड क्वालिटी की इलायची की आवक ज्यादा हो रही है तथा नीलामी केंद्रों पर पिछले दस दिनों में इलायची की कीमतों में करीब 40 से 50 प्रति किलो की गिरावट आई है।
इलायची व्यापारी राजकिषोर ने बताया कि त्यौहारी सीजन के कारण उत्तर भारत की मांग इलायची में बढ़ेगी, साथ ही निर्यात मांग को देखते हुए मौजूदा कीमतों में और गिरावट की संभावना कम है। नीलामी केंद्रों पर 8 एमएम की इलायची के भाव 880 से 930 रुपये और एक्ट्र बोल्ड क्वालिटी के भाव 950 से 980 रुपये प्रति किलो रहे।
भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार वित्त वर्ष 2014-15 में देष से 4,460 टन इलायची का निर्यात हुआ है।......आर एस राणा
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