आर एस राणा
नई दिल्ली। देष के कई जिलों में जुलाई-अगस्त में हुई कम बारिष से सूखे जैसे हालात बन गए है इससे निपटने के लिए केंद्र सरकार ने धान, दलहन और मोटे अनाज के प्रमाणित बीजों पर किसानों को दी जाने वाली सब्सिडी की दर बढ़ौतरी कर दी है।
कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि देष के कई जिलों में जुलाई-अगस्त में हुई बारिष से सूखे जैसे हालात बन गए हैं। ऐसी स्थिति में किसानों को फसलों की दोबारा बुवाई करनी पड़ सकती है इसलिए मत्रालय ने किसानों पर आर्थिक बोझ को कम करने के लिए सब्सिडी की दर में बढ़ोतरी करनी का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि बढ़ी हुई सब्सिडी का लाभ केवल सूखाग्रस्त जिले के किसानों को ही मिलेगा।
उन्होंने बताया कि धान के हाईब्रिड बीजों पर किसानों को सब्सिडी 7,500 रुपये प्रति क्विंटल या फिर 50 फीसदी लागत के आधार पर मिलेगी जबकि पहले यह 5,000 रुपये प्रति क्विंटल और लागत का 50 फीसदी थी। इसी तरह से दलहन के बीजों पर किसानों को सब्सिडी 3,750 रुपये प्रति क्विंटल या फिर लागत का 50 फीसदी जो भी कम हो उस आधार पर सब्सिडी मिलेगी, जबकि पहले 2,500 रुपये प्रति क्विंटल या फिर लागत का 50 फीसदी के आधार पर थी। इसी तरह से मोटे अनाजों के हाईब्रिड बीजों पर सब्सिडी की दर को बढ़ाकर 7,500 प्रति क्विंटल एवं 50 फीसदी लागत के आधार पर कर दिया है जबकि पहले यह 5,000 रुपये प्रति क्विंटल या फिर लागत का 50 फीसदी के आधार पर थी।
उन्होंने बताया कि सभी राज्यों को इस बारे में पत्र लिख दिया गया है तथा किसानों को सब्सिडी राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिषन के अलावा आरकेवीवाई स्कीम के तहत दी जायेगी।......आर एस राणा
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