षुल्क लगाने से आयात पड़ते समाप्त, एफसीआई के गेहूं की बढ़ेगी बिक्री
आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने गेहूं केे आयात पर 10 फीसदी का आयात षुल्क लगा दिया है इससे नए आयात सौदे नहीं हो पायेंगे तथा केंद्रीय पूल से डेडीकेट मूवमेंट वाले गेहूं का मध्य प्रदेष से उठाव बढ़ जायेगा। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने पंजाब, हरियाणा और मध्य प्रदेष से डेडीकेट मूवमेंट के आधार पर गेहूं का बिक्री भाव 1,550 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। इसमें परिवहन एवं अन्य खर्च रोलर फ्लोर मिलर्स को उठाने होंगे।
खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गेहूं के आयात को रोकने के लिए सरकार ने आयात पर 10 फीसदी षुल्क लगा दिया गया है इससे आयातित गेहूं की कीमतें उंची हो जायेगी तथा नए आयात सौदे नहीं हो पायेंगे। उन्होंने बताया कि चालू सीजन में दक्षिण भारत की रोलर फ्लोर मिलें अभी तक करीब 5 लाख टन गेहूं के आयात सौदे कर चुकी हैं।
दक्षिण भारत की एक फ्लोर मिल के अधिकारी ने बताया कि आस्ट्रेलिया से आयातित गेहूं के भाव बंगलुरु में 1,800 से 1,840 रुपये प्रति क्विंटल है जबकि मध्य प्रदेष से एफसीआइ
के डेडीकेट मूवमेंट के आधार पर खरीदे गए गेहूं के पहुंच भाव 1,765 से 1,780 रुपये प्रति क्विंटल हैं। अब सरकार ने 10 फीसदी का आयात षुल्क लगा दिया है इससे आस्ट्रेलिया से आयातित गेहूं की कीमतों में और भी बढ़ोतरी हो जायेगी। इसलिए मिलें अब एफसीआई से गेहूं की खरीद ज्यादा करेंगी। उन्होंने बताया कि आस्ट्रेलिया और यूक्रेन से अभी तक करीब 5 लाख टन गेहूं के आयात सौदे हुए हैं जबकि 4.6 लाख टन गेहूं भारत आ चुका है। इसमें यूक्रेन से केवल 25 हजार टन गेहूं के आयात सौदे हुए है बाकि गेहूं आस्ट्रेलिया से आया है। उन्होंने बताया कि फ्रांस से भी 10 हजार गेहूं तुतीकोरन बंदरगाह पहुंचने वाला है, यह सौदा बंगलादेष के लिए था लेकिन वहां खरीददार ने सौदा कैंसिल कर दिया, इसलिए अब यह गेहूं भारत आ रहा है।
भारतीय खाद्य निगम ने चालू रबी विपणन सीजन 2015-16 में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 280.87 लाख टन गेहूं की खरीद की हो जोकि पिछले साल हुई कुल खरीद 280.23 लाख टन से ज्यादा है। हालांकि चालू रबी विपणनप सीजन में केंद्र सरकार ने कुल खरीद का लक्ष्य 300 लाख टन का तय किया था। केंद्रीय पूल में पहली जुलाई को गेहूं का स्टॉक 386.80 लाख टन का है जोकि तय मानकों बफर स्टाक से ज्यादा ही है। तय मानकों के अनुसार पहली जुलाई को केंद्रीय पूल में 245.80 लाख टन गेहूं का बफर स्टॉक होना चाहिए। इसके अलावा 30 लाख टन गेहूं का रिजर्व स्टॉक होना चाहिए।
कृषि मंत्रालय के तीसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल वर्ष 2014-15 में गेहूं की कुल पैदावार घटकर 907.8 लाख टन होने का अनुमान है। पिछले साल इसकी रिकार्ड पैदावार 958.5 लाख टन की हुई थी।.....आर एस राणा
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