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05 मई 2017

चीनी के और आयात की जरुरत नहीं -इस्मा

आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू पेराई सीजन में भले ही चीनी उत्पादन में कमी आई हो, लेकिन चीनी का बकाया स्टॉक करीब 40.5 लाख टन बचेगा, इसलिए केंद्र सरकार को शुन्य शुल्क पर और आयात का अनुमति नहीं देनी चाहिए। चालू पेराई सीजन में 30 अप्रैल 2017 तक 200 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है।
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के अनुसार चालू पेराई सीजन में 30 अप्रैल तक 200 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है तथा अभी कुछ मिलों में पेराई चल रही है, ऐसे में उम्मीद है कि कुल उत्पादन 203 लाख टन का हो जायेगा। इस्मा के अनुसार चालू पेराई सीजन के शुरु में 77.5 लाख टन चीनी का बकाया स्टॉक बचा हुआा था, अतः कुल उपलब्धता 280.5 लाख टन की बैठी है जबकि देश में चीनी की सालाना खपत 240 लाख टन की होती है।
केंद्र सरकार ने 5 अप्रैल 2017 को चीनी की कीमतों में तेजी रोकने के लिए 5 लाख टन शुल्क शुन्य पर आयात की मंजूरी दी थी। इस्मा के अनुसार आगामी पेराई सीजन के समय चीनी का बकाया स्टॉक 40.5 लाख टन का बचेगा, इसलिए केंद्र सरकार शुन्य शुल्क पर और आयात की मंजूरी नहीं देना चाहिए। इस्मा के अनुसार चालू सीजन में मानसून विभाग ने सामान्य मौसम रहने का अनुमान जारी किया है, जिससे आगामी पेराई सीजन में चीनी के उत्पादन में बढ़ोतरी होने का अनुमान है।
दिल्ली में इस समय चीनी के भाव 3,850 से 3,900 रुपये और उत्तर प्रदेश में चीनी के एक्स फैक्ट्री भाव 3,625 से 3,750 रुपये और महाराष्ट्र में 3,550 से 3,650 रुपये, कर्नाटका में 3,525 से 3,575 रुपये और बिहार में चीनी के भाव 3,650 से 3,800 रुपये प्रति क्विंटल रहे। चीनी में इस समय ब्याह-शादियों वालों की मांग अच्छी है, साथ ही बड़ी कंपनियों की मांग भी बराबर आ रही है। ऐसे में आगामी दिनों में इसकी कीमतों में 100 से 200 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आने का अनुमान है।............   आर एस राणा

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