नई दिल्ली। दाल मिलों की मांग कमजोर बनी रहने से सोमवार को घरेलू बाजार में अरहर एवं मूंग तथा देसी मसूर की कीमतों में गिरावट आई, जबकि इस दौरान उड़द के भाव में तेजी दर्ज की गई। चना के भाव इस दौरान स्थिर हो गए।
बर्मा से आयातित उड़द एसक्यू और एफएक्यू की कीमत चेन्नई में कमजोर हो गई। उड़द एफएक्यू के भाव नवंबर एवं दिसंबर शिपमेंट के पांच डॉलर कमजोर होकर 985 डॉलर प्रति टन, सीएडंएफ रह गए, जबकि इस दौरान एसक्यू उड़द के भाव 10 डॉलर कमजोर होकर 1,080 डॉलर प्रति टन, सीएडंएफ रह गए। इस दौरान लेमन अरहर के भाव चेन्नई में 1,105 डॉलर प्रति टन, सीएडंएफ पर स्थिर हो गए।
दाल मिलों की मांग बढ़ने के कारण उड़द की कीमतों में हल्की तेजी दर्ज की गई। हालांकि बर्मा से आयातित उड़द की कीमत चेन्नई में डॉलर में दूसरे कार्यदिवस में कमजोर हुई। इसलिए घरेलू बाजार में इसके भाव में बड़ी तेजी की उम्मीद नहीं है। व्यापारियों के अनुसार आगामी दिनों में घरेलू मंडियों में भी उड़द की आवक बढ़ेगी। हालांकि खपत का सीजन होने के कारण उड़द दाल में दक्षिण भारत की मांग बनी रहेगी। दक्षिण भारत के मिलर्स की नजर मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की उड़द की फसल पर भी है। केंद्र सरकार लगातार दलहन की कीमतों की समीक्षा कर रही है। दीपावली के बाद उड़द दाल में अपेक्षित मांग नहीं बढ़ पा रही है।
दाल मिलों की खरीद कमजोर होने से लेमन अरहर के भाव स्थिर हो गए, जबकि देसी एवं अफ्रीकी देशों से आयातित के भाव स्थिर हो गए। आयातित लेमन अरहर के भाव चेन्नई में स्थिर बने रहे। घरेलू बाजार में अरहर के भाव में अभी बड़ी तेजी के आसार नहीं है। नई फसल को देखते हुए दाल मिलें जरुरत के हिसाब से ही अरहर की खरीद कर रही हैं। चेन्नई और मुंबई में आयातित अरहर का स्टॉक ज्यादा है साथ ही चालू सीजन में महाराष्ट्र और कर्नाटक में अरहर की प्रति हेक्टेयर पैदावार बढ़ने की उम्मीद है तथा महाराष्ट्र की मंडियों में नई अरहर की आवक दिसंबर में बनेगी, जबकि कर्नाटक की मंडियों में चालू महीने के अंत तक कटाई शुरू हो जायेगी। वैसे भी केंद्र सरकार लगातार अरहर की कीमतों की समीक्षा कर रही है। खपत का सीजन होने के कारण अरहर दाल में उठाव बना रहने की उम्मीद है।
दाल मिलों की खरीद सीमित होने से चना की कीमत स्थिर हो गई। हालांकि पिछले सप्ताह इसके भाव में मंदा आया था, लेकिन नीचे दाम पर स्टॉकिस्टों की बिकवाली कमजोर हुई है इसलिए आगे इसके भाव में फिर सुधार आने का अनुमान है। व्यापारियों के अनुसार उत्पादक मंडियों में अच्छी क्वालिटी के देसी चना का बकाया स्टॉक सीमित मात्रा में ही बचा हुआ है, जबकि खपत का सीजन होने के कारण चना दाल और बेसन में मांग बनी रहेगी। ऐसे में दाल मिलों की मांग चना में बनी रहने की उम्मीद है, क्योंकि मिलों के पास बकाया स्टॉक सीमित मात्रा में ही बचा हुआ है।
मुंबई में कनाडा की पीली मटर के दाम 3,350 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। इस दौरान मुंबई में रसिया की पीली मटर के भाव 3,400 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। मुंद्रा बंदरगाह पर रसिया की पीली मटर के दाम 3,300 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए, जबकि कनाडा की पीली मटर के दाम 100 रुपये तेज होकर 3,600 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। उत्तर प्रदेश की कानपुर मंडी में देसी मटर के भाव 50 रुपये तेज होकर 3,700 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
दिल्ली में देसी मसूर के दाम कमजोर हुए है, लेकिन आयातित के भाव बंदरगाह पर स्थिर ही बने रहे। व्यापारी मसूर के मौजूदा भाव में ज्यादा मंदे में नहीं है क्योंकि खपत का सीजन होने के कारण मसूर दाल में प्रमुख राज्यों बिहार, बंगाल एवं असम की मांग अभी बनी रहेगी, इसलिए मिलों को मसूर की खरीद करनी होगी। मध्य प्रदेश के साथ ही उत्तर प्रदेश की मंडियों में मसूर की दैनिक आवक सीमित मात्रा में ही हो रही हैं। हालांकि रबी सीजन में मसूर का घरेलू उत्पादन ज्यादा हुआ था, जिस कारण उत्पादक राज्यों में बकाया स्टॉक अभी भी अच्छी मात्रा में बचा हुआ है। सूत्रों के अनुसार केंद्रीय पूल में मसूर का करीब 8 लाख टन का स्टॉक है।
सूत्रों के अनुसार अप्रैल से सितंबर के दौरान देश में ऑस्ट्रेलिया से मसूर का आयात 2,53,800 टन के करीब हुआ है।
दिल्ली में मूंग की कीमतों में लगातार तीसरे कार्यदिवस में गिरावट आई, लेकिन उत्पादक मंडियों में इसके दाम स्थिर ही बने रहे। व्यापारियों के अनुसार उत्पादक राज्यों की मंडियों में आगामी दिनों में नई मूंग की आवक बढ़ेगी। चालू खरीफ में मूंग की कुल बुआई पिछले साल की तुलना में बढ़ी है, जिस कारण उत्पादन अनुमान भी ज्यादा है। दिल्ली में राजस्थान के माल आने से उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश से पड़ते नहीं लग रहे। उधर कर्नाटक के साथ ही राजस्थान से मूंग की एमएसपी पर खरीद तो हो रही है, लेकिन कुल आवक की तुलना में खरीद सीमित मात्रा में हो रही। जानकारों के अनुसार मूंग के दाम उत्पादक मंडियों में समर्थन मूल्य से काफी नीचे हैं अत: समर्थन मूल्य पर खरीद में बढ़ोतरी होने पर इसके भाव में तेजी बन सकती है।
चेन्नई में एसक्यू उड़द के दाम 9,200 से 9,250 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए, इस दौरान एफएक्यू के दाम 8,450 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए।
दिल्ली में एसक्यू उड़द के दाम 125 रुपये तेज होकर 9,625 रुपये प्रति क्विंटल हो गए, इस दौरान एफएक्यू के दाम 8,650 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए।
मुंबई में उड़द एफएक्यू की कीमत 25 रुपये तेज होकर 8,625 से 8,650 रुपये प्रति क्विंटल हो गई।
कोलकाता मंडी में उड़द एफएक्यू की कीमत 8,650 से 8,700 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए।
गुंटूर मंडी में पोलिस उड़द के दाम 9,000 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए, इस दौरान विजयवाड़ा में उड़द पोलिस के दाम 9,000 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।
चेन्नई में लेमन अरहर के भाव शाम के सत्र में 50 रुपये कमजोर होकर 9,900 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
देसी अरहर के दाम उत्पादक मंडियों में लगभग स्थिर बने रहे।
दिल्ली में लेमन अरहर के भाव शाम के सत्र में 10,250 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए।
मुंबई में लेमन अरहर के भाव शाम के सत्र में 50 रुपये कमजोर होकर 9,900 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
मुंबई में अफ्रीकी देशों से आयातित अरहर की कीमत स्थिर हो गई। सूडान से आयातित अरहर के दाम 10,400 से 10,450 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। इस दौरान गजरी अरहर के भाव 7,100 से 7,150 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। मतवारा की अरहर के भाव 6,900 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। सफेद अरहर की कीमत 7,200 से 7,250 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गई।
दिल्ली में देसी मसूर के दाम 50 रुपये कमजोर होकर 6,650 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
कनाडा की मसूर के भाव कंटेनर में 6,175 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। ऑस्ट्रेलिया की मसूर की कीमत कंटेनर में 6,175 रुपये प्रति क्विंटल बोली गई। मुंद्रा बंदरगाह पर मसूर के भाव 5,950 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए, जबकि हजीरा बंदरगाह पर इसके दाम 6,000 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। कानपुर मंडी में देसी मसूर के भाव 6,550 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए।
दिल्ली में राजस्थान लाइन के चना के दाम शाम के सत्र में 7,050 से 7,075 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। इस दौरान मध्य प्रदेश लाइन के चना के भाव 6,950 से 6,975 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।
दिल्ली में राजस्थान लाइन की मूंग के दाम 25 रुपये घटकर 6,525 से 7,525 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। जलगांव में चमकी मूंग के भाव तेज होकर 8,200 से 9,000 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इंदौर में बोल्ड मूंग के दाम 8,000 से 8,100 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। गुलबर्गा मंडी में मूंग के भाव 7,000 से 8,000 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए।
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