नई दिल्ली। स्पिनिंग मिलों की मांग बनी रहने के कारण शनिवार को गुजरात में लगातार तीसरे दिन कॉटन के दाम तेज हुए।
गुजरात के अहमदाबाद में 29 शंकर-6 किस्म की कॉटन के भाव में शनिवार को 100 रुपये की तेजी आकर दाम 54,900 से 55,300 रुपये प्रति कैंडी, एक कैंडी-356 किलो हो गए। पिछले तीन कार्यदिवस में राज्य में कॉटन की कीमत 300 रुपये प्रति कैंडी तक तेज हुई हैं।
देशभर की मंडियों में कपास की आव 98,300 गांठ, एक गांठ-170 किलो की हुई।
स्पिनिंग मिलों की मांग बढ़ने से गुजरात में कॉटन की कीमत तेज हुई है। व्यापारियों के अनुसार कॉटन की कीमतों में तेजी, सूती धागे की स्थानीय एवं निर्यात मांग पर निर्भर करेगी तथा खपत का सीजन होने के कारण आगामी दिनों में सूती धागे की स्थानीय मांग तो बढ़ेगी, जिस कारण इसके भाव में हल्का सुधार तो आयेगा, लेकिन मौजूदा कीमतों में एकतरफा बड़ी तेजी की उम्मीद नहीं है। वैसे भी मिलर्स जरुरत के हिसाब से ही कॉटन की खरीद कर रहे हैं।
दीपावली के बाद सूती धागे की मांग सामान्य की तुलना में कमजोर हुई है साथ ही कॉटन के निर्यात में भी पड़ते नहीं लग रहे। हालांकि चालू सीजन में बुआई में आई कमी के साथ ही कई राज्यों में अक्टूबर में हुई बारिश से कॉटन के उत्पादन और क्वालिटी पर पड़ने की आशंका है। इसलिए कॉटन की कीमतों में अब बड़ी गिरावट के आसार नहीं है। विदेश में दाम कम होने के कारण चालू सीजन में अभी तक आयात सौदे ज्यादा मात्रा में हुए हैं।
कृषि मंत्रालय के पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू खरीफ सीजन में कपास का उत्पादन 299.26 लाख गांठ, एक गांठ-170 किलो होने का अनुमान है, जो कि पिछले खरीफ 2023-24 के 325.22 लाख गांठ के मुकाबले कम है।
कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया, सीएआई के आरंभिक अनुसार के अनुसार पहली अक्टूबर 2024 से शुरू हुए चालू फसल सीजन 2024-25 में देश में 302.25 लाख गांठ, एक गांठ-170 किलो कॉटन के उत्पादन का अनुमान है, जोकि इसके पिछले फसल सीजन 2023-24 के 325.29 लाख गांठ से कम है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें