नई दिल्ली। चालू खरीफ विपणन सीजन 2024-25 में धान की न्यूनतम समर्थन मूल्य, एमएसपी पर खरीद बढ़कर 166.90 लाख टन के पार पहुंच गई है। धान की लिफ्टिंग नहीं होने से हरियाणा की कई मंडियों में जाम की स्थिति पैदा हो गई है, जिस कारण अगले दो दिनों तक खरीद बंद करनी पड़ी है।
सेंट्रल फूड ग्रेन प्रोक्योरमेंट पोर्टल के अनुसार पंजाब की मंडियों में 8 नवंबर तक कुल 109.74 लाख टन धान की खरीद एजेंसियों और एफसीआई द्वारा की जा चुकी है। इस दौरान हरियाणा की मंडियों से 48.19 लाख टन धान की खरीद हो चुकी है।
अन्य राज्यों में हिमाचल से 21,352 टन, जम्मू कश्मीर से 15,283 टन, बिहार से 1,452 टन तथा आंध्र प्रदेश से 17,789 टन धान की एमएसपी पर खरीद हो चुकी है। इस दौरान केरल से 4,104 टन, तमिलनाडु से 4,59,918 टन तथा तेलंगाना से 4,077 टन के अलावा उत्तराखंड से 1,83,067 टन तथा उत्तर प्रदेश से 1,16,567 टन धान की खरीद समर्थन मूल्य पर हुई है। महाराष्ट्र से 72,560 टन धान की सरकारी खरीद हुई है।
हरियाणा की फतेहाबाद और सिरसा मंडी में अगले दो दिनों 9 और 10 नवंबर को धान की आवक बंद कर दी गई है, तथा इस दौरान केवल लिफ्टिंग का कार्य किया जायेगा। उधर रतिया मंडी में जाम लगने से लोडिंग वाली लेबर द्वारा खिंलाई, सिलाई बंद कर दी गई है तथा लेबर का कहना है कि नया माल मंडी में आना रोककर सिर्फ लोडिंग चलाई जाए।
केंद्रीय खाद्वय मंत्रालय के अनुसार खरीफ विपणन सीजन 2024-25 के लिए धान की खरीद पंजाब से 1 अक्टूबर 2024 से शुरू की गई थी तथा राज्य के किसानों से सुचारू खरीद के लिए पूरे राज्य में 2,927 मंडियों के अलावा अस्थायी खरीद केंद्र खोले गए हैं। केंद्र सरकार ने चालू खरीफ विपणन सीजन 2024-25 के लिए पंजाब से धान की खरीद का अनुमानित लक्ष्य 185 लाख टन तय किया है, तथा राज्य में 30.11.2024 तक खरीद जारी रहेगी।
केंद्र सरकार ने चालू खरीफ विपणन सीजन 2024-25 के लिए कॉमन धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य,एमएसपी 2,300 रुपये और ग्रेड-ए धान का समर्थन मूल्य 2,320 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है।
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