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22 नवंबर 2024

जनवरी से अक्टूबर के दौरान कैस्टर तेल का निर्यात 12.75 फीसदी बढ़ा - एसईए

नई दिल्ली। चालू वर्ष के जनवरी से अक्टूबर के दौरान कैस्टर तेल के निर्यात में 12.75 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 4,21,018 टन का हुआ है, जबकि पिछले तेल वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात केवल 3,73,406 टन का ही हुआ था।


साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया, एसईए के अनुसार अक्टूबर में कैस्टर तेल का निर्यात बढ़कर 48,209 टन का हुआ है, जबकि पिछले साल अक्टूबर में इसका निर्यात केवल 47,473 टन का ही हुआ था। मूल्य के हिसाब से अक्टूबर में कैस्टर तेल का निर्यात 601.65 करोड़ रुपये का हुआ है, जबकि पिछले साल अक्टूबर में इसका निर्यात 604.50 करोड़ रुपये का ही हुआ था।

व्यापारियों के अनुसार चालू सीजन में बुआई में आई कमी से कैस्टर सीड का उत्पादन कम होने का अनुमान है, जिस कारण इसके भाव में हाल ही में तेजी आई है।

गुजरात की मंडियों में बुधवार को कैस्टर सीड के भाव पांच रुपये कमजोर होकर 1,280 से 1,300 रुपये प्रति 20 किलो रह गए। राजकोट में कमर्शियल तेल के भाव इस दौरान 10 रुपये घटकर 1,320 रुपये और एफएसजी के 10 रुपये कमजोर होकर 1,330 रुपये प्रति 10 किलो रह गए।

देशभर की मंडियों में कैस्टर सीड की दैनिक आवक सोमवार को 29 से 30 हजार बोरी, एक बोरी 35 किलो की हुई, जिसमें से गुजरात की मंडियों में 22 से 24 हजार बोरी तथा राजस्थान की मंडियों में चार से पांच हजार बोरियों की हो रही है। इसके अलावा करीब 2,000 से 2,500 बोरी सीधे मिल पहुंच का व्यापार हो रहा है।

कृषि मंत्रालय के आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2024-25 के दौरान कैस्टर सीड का उत्पादन घटकर 15.53 लाख टन ही होने का अनुमान है, जबकि इसके पिछले फसल सीजन में 19.59 लाख टन का उत्पादन हुआ था।

कृषि मंत्रालय के अनुसार खरीफ सीजन में कैस्टर सीड की बुआई घटकर केवल 8.20 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी, जोकि पिछले साल की समान अवधि के 9.50 लाख हेक्टेयर की तुलना में कम थी। 

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