नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा सख्ती करने के बावजूद भी गेहूं की कीमतों में तेजी जारी है। शनिवार को दिल्ली में गेहूं के दाम 60 रुपये तेज होकर भाव 3,010 से 3,015 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। दिल्ली में गेहूं की आवक 6,000 बोरियों की हुई।
केंद्र सरकार ने गेहूं पर तत्काल प्रभाव से स्टॉक लिमिट लगाई हुई है जोकि 31 मार्च, 2025 तक लागू रहेगी।
केंद्र सरकार ने हाल ही में गेहूं की स्टॉक लिमिट में कमी की थी, साथ ही खाद्वय सुरक्षा अधिनियम, एनएफएसए 2013 और प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्य योजना, पीएमजीकेएवाई के तहत गेहूं का आवंटन बढ़ाने का फैसला लिया था।
केंद्र सरकार ने 13 सितंबर 2024 को व्यापारियों एवं होलसेलर पर गेहूं की स्टॉक लिमिट को घटाकर 2,000 टन कर दिया था, जबकि पहले यह 3,000 टन थी। मिलर्स भी अपनी मासिक क्षमता का 60 फीसदी गेहूं की रख सकता है, जबकि पहले यह लिमिट 70 फीसदी मासिक की थी।
केंद्रीय खाद्वय सचिव संजीव चोपड़ा ने 18 सितंबर को घोषणा की थी कि मंत्रियों की एक सीमित ने पीएमजीकेएवाई के तहत 35 लाख टन गेहूं का आवंटन बढ़ाने को मंजूरी दी है।
केंद्र सरकार के अनुसार रबी 2024 के दौरान देश में कुल 11.29 करोड़ टन गेहूं का उत्पादन हुआ था, जोकि खपत के हिसाब से पर्याप्त उपलब्धता है।
सूत्रों के अनुसार केंद्रीय पूल में पहली सितंबर 2024 को 251.46 लाख टन गेहूं का स्टॉक मौजूद है।
चालू रबी विपणन सीजन 2024-25 में प्रमुख उत्पादक राज्यों से 266 लाख टन गेहूं की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य, एमएसपी हुई थी, जोकि पिछले रबी विपणन सीजन 2023-24 में 262 लाख टन खरीद गए गेहूं से ज्यादा है।
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