नई दिल्ली। पहली अक्टूबर 2023 से शुरू हुए चालू फसल सीजन 2023-24 में 31 अगस्त 2024 तक देश से जहां 26 लाख गांठ कॉटन का निर्यात हुआ है, वहीं इस दौरान 8 लाख गांठ का आयात हुआ है।
कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया, सीएआई के अनुसार कॉटन का उत्पादन 317.70 लाख गांठ एक गांठ 170 किलोग्राम होने का अनुमान है जबकि पिछले साल देश में कॉटन का उत्पादन 318.90 लाख गांठ का हुआ था।
सीएआई के अनुसार चालू फसल सीजन में अगस्त अंत तक 26 लाख गांठ कॉटन का निर्यात हो चुका है जबकि पिछले फसल सीजन के दौरान केवल 15.50 लाख गांठ कॉटन का ही निर्यात हुआ था।
व्यापारियों के अनुसार विश्व बाजार में भारतीय रुई सस्ती होने के कारण मार्च 24 तक निर्यात सौदों में बढ़ोतरी हुई थी, लेकिन उसके बाद से आईसीई कॉटन वायदा की कीमतों में भारी गिरावट आई, जिस कारण निर्यात सौदों में पहले की तुलना में कमी आई थी।
चालू फसल सीजन में कॉटन का आयात 16.40 लाख गांठ ही होने का अनुमान है। सीएआई के अनुसार 31-07-2024 तक 8 लाख गांठ कॉटन भारतीय बंदरगाह पर पहुंच चुकी है। पिछले फसल सीजन के दौरान 12.50 लाख गांठ कॉटन का आयात ही हुआ था।
उद्योग के अनुसार चालू फसल सीजन में 31 अगस्त 2024 तक देशभर की मंडियों में कॉटन की आवक 313.63 लाख गांठ की हो चुकी है।
सीएआई के अनुसार 31 अगस्त 2024 को 11.05 लाख गांठ कॉटन का स्टॉक एमएनसी और जिनर्स के पास है। इसके अलावा 18 लाख गांठ कॉटन का स्टॉक कॉटन कारपोरेशन ऑफ इंडिया, सीसीआई के पास है तथा 0.15 लाख गांठ का एमसीएक्स के पास है।
सीएआई के अनुसार पहली अक्टूबर 2023 को कॉटन का बकाया स्टॉक 28.90 लाख गांठ का बचा हुआ था, जबकि अगस्त अंत तक 313.63 लाख गांठ की आवक हो चुकी है। अगस्त तक अंत तक 8 लाख गांठ कॉटन का आयात हो चुका है। ऐसे में कुल उपलब्धता 350.53 लाख गांठ की हुई है। चालू फसल सीजन में कॉटन की खपत 266.60 लाख गांठ की हो चुकी है, जबकि 26 लाख गांठ का निर्यात हुआ है। अत: मिलों के पास 28.83 लाख गांठ का बकाया स्टॉक है, जबकि सीसीआई, महाराष्ट्र फेडरेशन, एमएनसी एवं जिनर्स तथा व्यापारी एवं निर्यातकों के पास 29.20 लाख गांठ कॉटन का स्टॉक है।
चालू फसल सीजन के अंत में 30 सितंबर 2024 को कॉटन का बकाया स्टॉक 20 लाख गांठ बचने का अनुमान है, जोकि इसके पिछले साल की समान अवधि के 28.90 लाख गांठ की तुलना में कम है।
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