नई दिल्ली। तेल मिलों की खरीद बढ़ने से शनिवार को उत्तर भारत के राज्यों में बिनौला के दाम तेज हुए, जबकि इस दौरान कपास खली एवं कॉटन सीड के भाव लगभग स्थिर बने रहे।
व्यापारियों के अनुसार देशभर की उत्पादक मंडियों में कपास की दैनिक आवक 22 से 23 हजार गांठ की ही हो रही है, जबकि कॉटन में स्पिनिंग मिलों की मांग कमजोर है इसलिए मिलें बिनौला में बिकवाली नीचे दाम पर नहीं कर रहीं है। इसलिए इसके भाव में सुधार आया है। हालांकि आगामी दिनों में इसकी कीमतों में तेजी, मंदी काफी हद तक आयातित खाद्वय तेलों के साथ ही उत्पादक राज्यों में मानसून कैसा रहता है इस पर भी निर्भर करेगी।
पहली अक्टूबर शुरू हुए चालू फसल सीजन में देशभर की मंडियों में कॉटन की आवक 302.53 लाख गांठ, एक गांठ 170 किलो की आवक हो चुकी है तथा चालू सीजन में 318 लाख गांठ के उत्पादन का अनुमान है।
तेल मिलों की मांग बढ़ने से बिनौले के भाव उत्तर भारत के राज्यों में तेज हो गए। हरियाणा में बिनौले के भाव 100 रुपये तेज होकर दाम 3000 से 3150 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इस दौरान श्रीगंगानगर लाइन में बिनौला के भाव 100 रुपये बढ़कर 3000 से 3400 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। बिनौला के दाम पंजाब में 100 रुपये बढ़कर 2900 से 3150 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
विदेशी बाजार में चालू सप्ताह के अंत में खाद्वय तेलों की कीमतों में गिरावट का रुख रहा था, अत: घरेलू बाजार में कॉटन वॉश की कीमतें स्थिर से नरम हुई। धुले में कॉटन वॉश के दाम 905 रुपये प्रति 10 किलो पर स्थिर हो गए। इस दौरान अमरावती में कॉटन वॉश के भाव 915 रुपये प्रति 10 किलो पर स्थिर हो गए। अकोला में कॉटन वॉश की कीमतें पांच रुपये कमजोर होकर 905 रुपये प्रति दस किलो रह गई। गुजरात डिलीवरी कॉटन के भाव 935 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।
तेल मिलों की बिक्री कमजोर होने चालू सप्ताह से कपास खली की कीमतों में 20 से 30 की तेजी आई थी, लेकिन शनिवार को इसके दाम स्थिर हो गए। सेलु में रेगुलर क्वालिटी की कपास खली की कीमतें 3,230 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गई। इस दौरान भोकर में रेगुलर क्वालिटी की कपास खली के दाम 3,210 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। शाहपुर में रेगुलर क्वालिटी की कपास खली के भाव 3,250 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए, जबकि गूंज में रेगुलर क्वालिटी की कपास की कीमतें 3,030 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बनी रही।
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