नई दिल्ली। मई 2024 में खाद्वय एवं अखाद्य तेलों का आयात 45 फीसदी बढ़कर 1,529,804 टन का हुआ है, जबकि पिछले साल मई में इनका आयात 1,058,263 टन का हुआ था। मई 2024 के दौरान खाद्वय तेलों का आयात 1,498,043 टन का एवं अखाद्य तेलों का आयात 31,761 टन का हुआ है।
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार चालू तेल वर्ष 2023-24 के पहले सात महीनों नवंबर 23 से मई 24 के दौरान देश में खाद्वय एवं अखाद्य तेलों का आयात 5 फीसदी घटकर 8,678,447 टन का ही हुआ है, जबकि पिछले तेल वर्ष की समान अवधि में इनका आयात 9,168,644 टन का हुआ था।
पिछले एक महीने में अर्जेंटीना और ब्राजील से सोयाबीन तेल की आपूर्ति बाधित होने से अंतरराष्ट्रीय और घरेलू बाजार में खाद्वय तेलों की कीमतों में तेजी देखने को मिली है, जिसमें सोया तेल की प्रमुख भूमिका रही है। अर्जेंटीना में मजदूरों की हड़ताल के कारण पेराई कम होने से सोया तेल की आपूर्ति प्रभावित हुई है, जबकि ब्राजील में हाल ही में आई बाढ़ के कारण सोयाबीन का उत्पादन प्रभावित हुआ है और 2.71 मिलियन टन का नुकसान हुआ है। इसके अलावा ऑफ सीजन होने के कारण रूस और यूक्रेन से सूरजमुखी तेल की आपूर्ति कम हो गई थी।
इन घटनाक्रमों से बाजार की धारणा बदली तथा पिछले एक महीने में सोया एवं सूरजमुखी तेल की कीमतों में तेजी आई है। हालांकि इस दौरान पाम तेल, जिसका आयात ज्यादा होता है की कीमतें अंतरराष्ट्रीय और घरेलू बाजार दोनों में कमोबेश स्थिर बनी रही हैं। अच्छी बात यह है कि सूरजमुखी तेल और सोया तेल की कीमतों में तेजी आने से सरसों की कीमतें बढ़ गई हैं। इसके दाम एमएसपी 5,650 रुपये से बढ़कर 6,200 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। जोकि आगामी खरीफ सीजन में तिलहन क्षेत्र बढ़ाने के लिए किसानों के लिए सकारात्मक संकेत है।
तेल वर्ष 2023-24 के पहले सात महीनों नवंबर 23 से मई 24 के दौरान 1,236,581 टन रिफाइंड तेल (आरबीडी पामोलिन) का आयात हुआ है, जबकि इसके पिछले तेल वर्ष की समान अवधि नवंबर 22-मई 23 के दौरान 1,186,552 टन का आयात हुआ था जोकि 4 फीसदी कम है। क्रूड तेल का आयात नवंबर 23 से मई 24 के दौरान 7,331,103 टन का हुआ है, जोकि नवंबर 22-मई 23 के दौरान हुए 7,868,749 टन की तुलना में 7 फीसदी कम है। इस दौरान आरबीडी पामोलिन का आयात पिछले साल के मुकाबले लगभग बराबर ही हुआ है।
मई में आयातित खाद्वय तेलों की कीमतों में मिलाजुला रुख रहा। मई में भारतीय बंदरगाह पर आरबीडी पामोलिन का भाव घटकर 911 डॉलर प्रति टन का रह गया, जबकि अप्रैल में इसका दाम 972 डॉलर प्रति टन था। इसी तरह से क्रूड पाम तेल का दाम मई में घटकर 951 डॉलर प्रति टन का रह गया, जबकि अप्रैल में इसका भाव 999 डॉलर प्रति टन था। क्रूड सोयाबीन तेल का भाव मई में बढ़कर भारतीय बंदरगाह पर 1,000 डॉलर प्रति टन का हो गया, जबकि अप्रैल में इसका भाव 989 डॉलर प्रति टन था। क्रूड सनफ्लावर तेल का भाव भारतीय बंदरगाह पर अप्रैल के 970 डॉलर से बढ़कर मई में 987 डॉलर प्रति टन हो गया।
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