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19 जून 2024

सरसों के आरंभिक अनुमान में पांच लाख टन की कटौती - एसईए

नई दिल्ली। उद्योग ने सरसों के आरंभिक अनुमान में पांच लाख टन की कटौती कर चालू रबी में 115.8 लाख टन उत्पादन होने का अनुमान जारी किया है, जबकि मार्च में इसके 120.9 लाख टन के उत्पादन का अनुमान जारी किया था।


सॉल्वेंट एक्स्ट्राएक्ट्रेस एसोसिएशन आफ इंडिया, एसईए के अनुसार मई 2024 के दौरान किए गए सर्वेक्षण के अंतिम दौर के आधार पर, रेपसीड-सरसों की फसल का अनुमान मार्च 2024 के 120.9 लाख टन के पिछले अनुमान से घटाकर 115.8 लाख टन कर दिया गया है। क्योंकि देश के कई राज्यों जैसे कि हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में अल-नीनो के कारण फसल को प्रतिकूल मौसम का सामना करना पड़ा था। अत: फसल की पकाई के समय मौसम गर्म होने के साथ ही मिट्टी में नमी की कमी का असर सरसों की फसल की उत्पादकता पर पड़ा है।

एसईए के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार हरियाणा में सरसों का उत्पादन 11,68,320 टन होने का अनुमान है, जबकि मार्च 2024 में 12,26,043 टन सरसों के उत्पादन का अनुमान जारी किया था। इसी तरह से मध्य प्रदेश में इसका उत्पादन घटकर 16,03,045 टन होने का अनुमान है, जबकि राज्य में मार्च 2024 में 17,58,966 टन सरसों के उत्पादन का अनुमान जारी किया था।

दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान में सरसों का उत्पादन 45,34,192 टन ही होने का अनुमान है, जबकि मार्च 2024 में 46,13,506 टन सरसों के उत्पादन का अनुमान जारी किया था। चालू रबी में उत्तर प्रदेश में सरसों का उत्पादन घटकर 17,88,206 टन होने का अनुमान है, जबकि राज्य में मार्च 2024 में 20,03,359 टन सरसों के उत्पादन का अनुमान जारी किया था।

अन्य राज्यों पश्चिमी बंगाल में चालू रबी में सरसों का उत्पादन 7,09,472 टन, असम में 2,06,307 टन, छत्तीसगढ़ में 1,11,192 टन तथा गुजरात में 4,57,313 टन होने का अनुमान है, जोकि मार्च 2024 के अनुमान के बराबर ही है।

रिमोट सेंसिंग आधारित अनुमान के अनुसार, चालू रबी में रेपसीड और सरसों का रकबा पिछले वर्ष के 95.8 लाख हेक्टेयर से 5 फीसदी बढ़कर 100.6 लाख हेक्टेयर था। अत: रेपसीड और सरसों का उत्पादन पिछले वर्ष के 111.80 लाख टन से 3.5 फीसदी बढ़कर 115.78 लाख टन तक होने की उम्मीद है।

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