नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2024-25 के पहले दो महीनों अप्रैल तथा मई में डीओसी के निर्यात में 17 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात 767,436 टन का ही हुआ है, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इनका निर्यात 930,045 टन का ही हुआ था।
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया, एसईए के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2024-25 के मई में डीओसी के निर्यात में 31 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात 302,280 टन का ही हुआ है, जबकि पिछले साल मई में इनका निर्यात 436,597 टन का ही हुआ था।
एसईए के अनुसार आमतौर पर लगभग 5 से 6 लाख टन राइस ब्रान डीओसी का निर्यात मुख्य रूप से वियतनाम, थाईलैंड और अन्य एशियाई देशों को भारत करता रहा है, जिस कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में देश एक विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता के रूप में जाना जाता है। हालांकि केंद्र सरकार ने पिछले साल 28 जुलाई को कीमतों में आई तेजी की वजह से राइस ब्रान डीओसी के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसे 31 मार्च 2024 तक बढ़ा दिया गया और बाद में इसे 31 जुलाई, 2024 तक बढ़ाया गया। राइस ब्रान डीओसी की कीमतें अब निचले स्तर पर हैं तथा आगामी दिनों में घरेलू बाजार में इसकी कीमतों में और भी गिरावट आने की आशंका है। अत: राइस ब्रान डीओसी की कीमतों में गिरावट को देखते हुए, एसोसिएशन ने सरकार से प्रतिबंध को 31 जुलाई, 2024 से आगे नहीं बढ़ाने की अपील की है।
भारतीय बंदरगाह पर मई में सोया डीओसी का भाव बढ़कर 506 डॉलर प्रति टन हो गए, जबकि अप्रैल में इसका दाम 492 डॉलर प्रति टन था। इस दौरान सरसों डीओसी का मूल्य मई में भारतीय बंदरगाह पर बढ़कर 284 डॉलर प्रति टन हो गया, जबकि अप्रैल में इसका भाव 278 डॉलर प्रति टन था। इसी तरह से केस्टर डीओसी का दाम अप्रैल के 76 डॉलर प्रति टन से बढ़कर मई में 77 डॉलर प्रति टन हो गया।
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