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09 अप्रैल 2024

फरवरी में कैस्टर तेल का निर्यात बढ़ा, तेल मिलों की मांग कमजोर होने से सीड नरम

नई दिल्ली। फरवरी में कैस्टर तेल का निर्यात बढ़कर 56,561 टन का हुआ है, जबकि पिछले साल फरवरी में इसका निर्यात केवल 47,340 टन का ही हुआ था। तेल मिलों की मांग कमजोर होने से सीड की कीमतों में नरमी आई है।


साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया, एसईए के अनुसार चालू वर्ष 2024 के पहले दो महीनों जनवरी एवं फरवरी में कैस्टर तेल का निर्यात बढ़कर 107,508 टन का हुआ है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसका निर्यात 98,861 टन का ही हुआ था।

हालांकि मूल्य के हिसाब से वर्ष 2024 के पहले दो महीनों जनवरी से फरवरी के दौरान कैस्टर तेल का निर्यात घटकर केवल 1,321.71 करोड़ रुपये का ही हुआ है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसका निर्यात 1,458.66 करोड़ रुपये का हुआ था।

व्यापारियों के अनुसार गुजरात की मंडियों में बुधवार को कैस्टर सीड की आवक एक लाख बोरी (1 बोरी-35 किलो) की हुई। गुजरात की मंडियों में कैस्टर सीड के दाम पांच रुपये नरम होकर 1150-1175 रुपये प्रति 20 किलो रह गए। कैस्टर तेल के दाम कमर्शियल के राजकोट में पांच रुपये कमजोर होकर 1,195 रुपये प्रति 10 किलो रह गए। इस दौरान एफएसजी के भाव 5 रुपये घटकर 1,205 रुपये प्रति 10 किलो रह गए।

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