नई दिल्ली। नई फसल की आवक शुरू होते ही केंद्र सरकार ने हर सप्ताह गेहूं के स्टॉक की जानकारी देना अनिवार्य कर दिया है। व्यापारियों को पहली अप्रैल 2024 से हर सप्ताह केंद्रीय पोर्टल पर स्टॉक की जानकारी देनी होगी।
केंद्रीय खाद्वय एवं उपभोक्ता मामले मंत्रालय द्वारा गुरुवार को जारी आदेश के अनुसार व्यापारियों, ट्रेडर्स, मिलर्स एवं बड़ी चेन रिटेलरों को हर सप्ताह गेहूं के स्टॉक की जानकारी केंद्रीय पोर्टल https://evegoils.nic.in/wheat/login पर अपलोड करनी होगी।
मंत्रालय द्वारा जारी आदेश के अनुसार सभी राज्यों और संघ शासित राज्यों के कारोबारी/ थोक कारोबारी/खुदरा विक्रेता, बड़ी श्रृंखला वाले खुदरा विक्रेता और प्रोसेसर्स को एक अप्रैल 2024 से गेहूं के स्टॉक की घोषणा करनी होगी। आदेश के अनुसार सभी संबंधित वैधानिक संस्थाएं यह सुनिश्चित करें कि पोर्टल पर स्टॉक की नियमित और उचित रूप से जानकारी प्रदान की जाए।
केंद्र सरकार ने पिछले साल गेहूं की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए स्टॉक लिमिट लगाई थी, जिसकी अवधि 31 मार्च, 2024 को खत्म हो रही है। गेहूं का स्टॉक करने वाली जो संस्था पोर्टल पर पंजीकृत नहीं है, वह खुद को पंजीकृत करा सकती है और प्रत्येक शुक्रवार को गेहूं के स्टॉक की जानकारी देना शुरू कर सकती है। खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग देश में कीमतों को नियंत्रित करने और सहज उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए गेहूं के स्टॉक की स्थिति पर कड़ी निगरानी रख रहा है।
केंद्रीय पूल में गेहूं का स्टॉक सात साल के निचले स्तर पर आ गया है। पहली मार्च 2024 को केंद्रीय पूल में गेहूं का स्टॉक 116.7 लाख टन था, जोकि सात साल में सबसे कम है। सात साल पहले एक मार्च, 2017 को केंद्रीय पूल में गेहूं का स्टॉक घटकर 94.20 लाख टन रह गया था। तय नियम बफर स्टॉक के हिसाब से पहली अप्रैल को केंद्रीय पूल में 75 लाख टन गेहूं का स्टॉक होना चाहिए।
केंद्रीय कृषि मंत्रालय के अनुसार रबी सीजन 2023-24 में गेहूं का उत्पादन 11.20 करोड़ टन होने का अनुमान है, तथा खाद्वय मंत्रालय ने पहली अप्रैल 2024 से शुरू होने रबी विपणन सीजन 2024-25 के दौरान 372.90 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य तय किया है। चालू रबी में पंजाब से 130 लाख टन, हरियाणा और मध्य प्रदेश से चालू रबी में 80-80 लाख टन गेहूं की खरीद समर्थन मूल्य पर होने का अनुमान है। पिछले रबी सीजन में पंजाब से एमएसपी पर 121.10 लाख टन, हरियाणा से 63.20 लाख टन और मध्य प्रदेश से 7.10 लाख टन गेहूं की खरीद हुई थी।
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