नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2023-24 के पहले 11 महीनों अप्रैल से फरवरी के दौरान कैस्टर तेल का निर्यात 3.84 फीसदी बढ़कर 559,179 टन का हुआ है जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात केवल 538,484 टन का ही हुआ था।
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया, एसईए के अनुसार फरवरी में कैस्टर तेल का निर्यात बढ़कर 56,561 टन का हुआ है, जबकि पिछले साल फरवरी में इसका निर्यात केवल 47,340 टन का ही हुआ था।
एसईए के अनुसार मूल्य के हिसाब से वित्त वर्ष 2023-24 के पहले 11 महीनों में कैस्टर तेल का निर्यात 6,976.66 करोड़ रुपये का हुआ है, जबकि पिछले वित्त वर्ष 2022-23 के अप्रैल से मार्च के दौरान मूल्य के हिसाब से निर्यात 9,027.64 करोड़ रुपये का हुआ था।
कैस्टर सीड के दाम बुधवार को गुजरात की मंडियों में लगातार पांचवें कार्यदिवस में कमजोर हुए। उत्पादक मंडियों में इसके भाव पांच रुपये कमजोर होकर 1,130 से 1,160 रुपये प्रति 20 किलो रह गए। व्यापारियों के अनुसार राज्य की मंडियों में कैस्टर सीड की कुल आवक 1,60,000 बोरियों की हुई।
राजकोट में कैस्टर तेल कमर्शियल के दाम एक रुपये कमजोर होकर भाव 1,182 रुपये तथा एफएसजी के एक रुपये घटकर 1,192 रुपये प्रति 10 किलो रह गए।
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