नई दिल्ली। पहली अक्टूबर 2023 से शुरू हुए चालू फसल सीजन 2023-24 में मार्च अंत तक चीनी का उत्पादन 0.41 फीसदी बढ़कर 302.02 लाख टन का हो चुका है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसका उत्पादन 300.77 लाख टन का ही हुआ था।
इंडियन शुगर एंड बायो-एनर्जी मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार (इंडिया इस्मा) के अनुसार 31 मार्च, 2024 तक महाराष्ट्र में चीनी का उत्पादन 107.32 लाख टन एवं उत्तर प्रदेश में 97.20 लाख टन का हुआ है, जबकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में इन राज्यों में क्रमश: 104.96 लाख टन एवं 88.98 लाख टन का उत्पादन हुआ था।
चालू पेराई सीजन में 31 मार्च तक कर्नाटक में चीनी का उत्पादन घटकर 49.50 लाख टन का ही हुआ है, जोकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि के 54.90 लाख टन से कम है। गुजरात में चालू पेराई सीजन में 31 मार्च तक 9.17 लाख टन, तमिलनाडु में 7.87 लाख टन एवं अन्य राज्यों में 30.96 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है। पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में क्रमश: 9.64 लाख टन, 9.16 लाख टन एवं 33.13 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था।
इस्मा के आंकड़ों के अनुसार, देश भर में इस समय 210 चीनी मिलों में पेराई चल रही है, जबकि पिछले पेराई सीजन में केवल 187 चीनी मिलों में ही पेराई चल रही थी।
इस्मा ने चालू पेराई सीजन 2023-24 के अपने चीनी के आरंभिक अनुमान को बढ़ाकर 320 लाख टन कर दिया है। देशभर में चीनी की सालाना खपत 285 लाख टन होने का अनुमान है, ऐसे में सीजन के अंत में 91 लाख टन चीनी का बकाया स्टॉक बचने का अनुमान है।
अत: उत्पादन में बढ़ोतरी को देखते हुए इस्मा ने केंद्र सरकार से चालू सीजन में 10 लाख टन चीनी के निर्यात की अनुमति देने की मांग की है।
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