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28 मार्च 2023

दालों में स्टॉकिस्टों की सक्रियता तेज, अरहर एवं उड़द के साथ ही चना तथा मूंग, मसूर महंगी

नई दिल्ली। स्टॉकिस्टों की सक्रियता से घरेलू बाजार में सोमवार को अरहर, उड़द के साथ ही चना, मूंग एवं मसूर की कीमतों में तेजी दर्ज की गई। हालांकि बढ़े भाव में दाल मिलों की खरीद शाम के सत्र में कमजोर रही।

व्यापारियों के अनुसार मार्च क्लोजिंग के कारण दालों में व्यापार सीमित मात्रा में ही हो रहा है, तथा मिलें केवल जरुरत के हिसाब से ही दालों की खरीद कर रही हैं। हालांकि स्टॉकिस्टों ने भाव तेज किए हैं, इसलिए बढ़े भाव में स्टॉक हल्का करना चाहिए।

अरहर की बढ़ती कीमतों पर केंद्र सरकार ने सख्ती दिखाते हुए स्टॉक की निगरानी के लिए समिति का गठन किया है। केंद्रीय उपभोक्ता मामले मंत्रालय लगातार दलहन की कीमतों की समीक्षा का रहा है।

घरेलू बाजार में आयातित उड़द के साथ ही देसी उड़द के दाम तेज हुए हैं, लेकिन बढ़ी हुई कीमतों में दाल मिलों की खरीद कमजोर देखी गई। व्यापारियों के अनुसार उड़द दाल में बढ़े दाम पर दक्षिण भारत की मांग कमजोर हुई है, जिस कारण मिलें केवल जरुरत के हिसाब से ही खरीद कर रही है। उधर आंध्र प्रदेश की मंडियों में आगामी दिनों में नई उड़द की आवक बढ़ेगी। साथ ही बर्मा से उड़द का आयात भी बराबर होगा, इसलिए बढ़े भाव में उड़द की बिकवाली करते रहना चाहिए।

घरेलू बाजार में लेमन एवं अफ्रीकी देशों से आयातित अरहर के साथ ही देसी की कीमतों में तेजी आई है। जानकारों के अनुसार बर्मा से लेमन अरहर के आयात पड़ते महंगे हैं, साथ ही प्रतिकूल मौसम से अफ्रीकी देशों में भी नई अरहर की आवकों में देरी की आशंका है। इसलिए स्टॉकिस्ट इसके भाव तेज तो कर रहे हैं, लेकिन बड़ी तेजी टिक नहीं पायेगी। वैसे भी घरेलू बाजार में अरहर दाल में उठाव सामान्य की तुलना में कमजोर है, इसलिए दाल मिलें केवल जरुरत के हिसाब से ही खरीद कर रही हैं। घरेलू मंडियों में देसी अरहर की आवक जरुर पहले की तुलना में घटी है। केंद्र सरकार अरहर के स्टॉकिस्टों पर सख्ती बरतेगी, तथा स्टॉक की जानकारी देने के लिए जरूरी कदम उठाएगा, इसलिए अरहर के भाव में मुनाफावसूली बन सकती है।

कर्नाटक की गुलबर्गा मंडी में नई अरहर की आवक 7 हजार कट्टों की हुई तथा इसके भाव 250 से 300 रुपये तेज होकर 8500 से 8800 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। लातूर मंडी में नई अरहर के बिल्टी दाम 200 बढ़कर 8800 से 8900 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

चंदौसी मंडी में उड़द के बिल्टी भाव 100 रुपये तेज होकर 7800 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

गुलबर्गा मंडी में नए चना के भाव 100 रुपये तेज होकर 4700 से 4900 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए, तथा आवक 2,000 कट्टों की हुई।

विदिशा मंडी में मसूर के दाम 100 रुपये तेज होकर 5,600 से 6,100 रुपये प्रति क्विंटल हो गए, तथा मसूर की आवक 2,000 कट्टों की हुई। उरई मंडी में देसी मसूर के भाव 5700 से 5750 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर रहे, तथा आवक 200 कट्टों की हुई।

उत्पादक राज्यों में मौसम साफ हो गया है, जानकारों के अनुसार मौसम अनुकूल रहा तो मसूर की आवक अप्रैल के पहले सप्ताह में बढ़ेगी, तथा चालू चालू रबी सीजन में मसूर की बुआई बढ़ी है जिससे उत्पादन अनुमान भी ज्यादा है। हालांकि घरेलू बाजार में पुरानी मसूर का बकाया स्टॉक पिछले साल की तुलना में कम है। व्यापारियों के अनुसार अप्रैल में आवक बढ़ने पर मसूर के भाव में नरमी आने का अनुमान है। उधर कनाडा के साथ ही ऑस्ट्रेलिया से आयात बराबर बना रहेगा।

दाल मिलों की मांग बढ़ने से दिल्ली में चना के दाम हो गए। हालांकि उत्पादक राज्यों में मौसम साफ है, साथ ही मार्च क्लोजिंग के कारण मिलें केवल जरुरत के हिसाब से ही चना की खरीद कर रही है। अत: मौसम साफ रहा तो चालू महीने में चना की कीमतों में ज्यादा तेजी के आसार नहीं है। अप्रैल में जहां मंडियों में चना की आवक बढ़ेगी, वहीं दाल मिलों की खरीद भी बढ़ेगी। नेफेड ने कर्नाटक, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और गुजरात में एमएसपी पर 2,05,846 टन चना की खरीद की है।

दिल्ली में मूंग के भाव 300 रुपये तेज हो गए। व्यापारियों के अनुसार हाजिर बाजार में अच्छी क्वालिटी की उपलब्धता कम है, इसलिए मूंग के भाव में तेजी आई है, लेकिन मूंग दाल में बढ़े भाव में ग्राहकी सामान्य की तुलना में कमजोर हुूई है, जिस कारण दाल मिलें केवल जरुरत के हिसाब से ही खरीद कर रही है। चालू रबी सीजन में मूंग की बुवाई पिछले साल की तुलना में बढ़ी है, तथा मौसम अनुकूल रहा तो अप्रैल में नई मूंग की आवक बढ़ेगी। इसलिए मूंग में बढ़े भाव में स्टॉक हल्का करना चाहिए।

दाल मिलों की मांग बढ़ने से दिल्ली में उड़द एफएक्यू पुरानी एवं नई के दाम 125-150 रुपये तेज होकर भाव क्रमश: 7775 रुपये और 7825 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इस दौरान नई उड़द एसक्यू के दाम 175 रुपये तेज होकर 8500 रुपये प्रति क्विंटल हो गए, जबकि पुरानी उड़द एसक्यू के दाम 175 रुपये बढ़कर 8825 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

मुंबई में नई उड़द एफएक्यू की कीमतों में 200 रुपये की तेजी आकर भाव 7600 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

चेन्नई में उड़द एसक्यू के दाम हाजिर डिलीवरी के दाम 225 रुपये तेज होकर 8250 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

दाल मिलों की खरीद बढ़ने से दिल्ली में बर्मा की लेमन अरहर के भाव 275 रुपये तेज होकर दाम 8700 से 8750 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

इस दौरान चेन्नई में लेमन अरहर के भाव 275 रुपये तेज होकर 8275 से 8300 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पहुंच गए।

दाल मिलों की मांग बढ़ने के कारण मुंबई में लेमन अरहर के दाम 100 रुपये बढ़कर भाव 8300 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

मुंबई में अफ्रीकी देशों से आयातित अरहर के दाम तेज हुए। मोजाम्बिक लाइन की गजरी अरहर की कीमतें 250 रुपये बढ़कर 6950 रुपये प्रति क्विंटल हो गई। सूडान से आयातित अरहर के दाम 150 रुपये तेज होकर 8450 से 8500 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इस दौरान तंजानिया की अरुषा अरहर के दाम 150 रुपये बढ़कर 7250 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। मोजाम्बिक की सफेद अरहर के भाव 200 रुपये बढ़कर 7250 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। मलावी से आयातित अरहर के दाम 150 रुपये तेज होकर 6550 से 6600 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।

दाल मिलों की मांग बढ़ने से दिल्ली में मध्य प्रदेश की मसूर के दाम 50 रुपये तेज होकर भाव 6,225 प्रति क्विंटल हो गए। इस दौरान कनाडा की मसूर के दाम 25 रुपये बढ़कर 6,075 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

मुंद्रा बंदरगाह पर कनाडा की मसूर के दाम 5775 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। इस दौरान हजिरा बंदरगाह पर कनाडा की मसूर के भाव 5,850 से 5,875 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। कनाडा की मसूर की कीमतें कंटेनर में 6,125 से 6,150 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गई। ऑस्ट्रेलिया की मसूर की कीमतें कंटेनर में 6,200 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर स्थिर हो गई।

दिल्ली में राजस्थान के नए चना के भाव 125 रुपये तेज होकर 5275 से 5300 रुपये प्रति क्विंटल हो गए, जबकि पुराने चना के भी 125 रुपये बढ़कर 5375 से 5400 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। इस दौरान मध्य प्रदेश के चना के भाव 125 रुपये तेज होकर 5375 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

राजस्थान लाईन की मूंग की कीमतें 300 रुपये तेज होकर दिल्ली में भाव 9100 से 9200 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।  

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