नई दिल्ली। भारतीय खाद्य निगम, एफसीआई ने खुले बाजार बिक्री योजना, ओएमएसएस के तहत ई-नीलामी के पांचवें दौर में 5.39 लाख टन गेहूं की बिक्री की। इसका औसत बिक्री मूल्य 2,197.91 रुपये प्रति क्विंटल है जो पिछले दौर की तुलना में 4 रुपये प्रति क्विंटल अधिक है।
गेहूं और आटे की कीमत को नियंत्रित करने के लिए एफसीआई द्वारा गेहूं की 9 मार्च को 5वीं ई-नीलामी की गई। एफसीआई के 23 क्षेत्रों में 657 डिपो से कुल 11.88 लाख टन गेहूं बेचने की पेशकश की गई, जिसमें से 1,248 बोलीदाताओं ने 5.39 लाख टन गेहूं की खरीद की।
चौथी ई-नीलामी तक 23.47 लाख टन गेहूं की बिक्री की जा चुकी थी, जिसमें से मिलों ने 19.51 लाख टन गेहूं उठा लिया है। केंद्र सरकार ने ओएमएसएस के तहत 45 लाख टन गेहूं बेचने का फैसला किया हुआ है, जिसमें से 5वीं ई-नीलामी के बाद अब कुल गेहूं की बिक्री 28.86 लाख टन हो गई है।
महंगाई को नियंत्रण में रखने और गेहूं व इसके उत्पादों की कीमतों को घटाने के लिए केंद्र सरकार ने केंद्रीय पूल से 50 लाख टन गेहूं बेचने का फैसला किया है। इसमें से 45 लाख टन गेहूं की बिक्री भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) की ओर से आटा मिलों, गेहूं उत्पाद निर्माताओं और बड़े व्यापारियों जैसे थोक खरीदारों को की जा रही है।
गुजरात और मध्य प्रदेश में गेहूं की दैनिक आवक शुरू हो गई है, तथा मौसम साफ रहा तो चालू महीने के मध्य बाद इन राज्यों में नई फसल की आवक बढ़ेगी। चालू महीने के अंत तक राजस्थान की मंडियों में भी नई फसल की आवक शुरू हो जायेगी। कृषि मंत्रालय के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू रबी सीजन में गेहूं की रिकॉर्ड पैदावार 11.21 करोड़ टन होने का अनुमान है।
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