नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा कि बेमौसम बारिश और पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुई ओलावृष्टि से गेहूं सहित रबी की अन्य फसलों को कुछ नुकसान हुआ है, लेकिन अभी राज्यों से इस बारे में रिपोर्ट नहीं मिली है।
कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने के अनुसार राज्य सरकारे राज्य आपदा राहत कोष (एसडीआरएफ) के तहत धन का उपयोग कर रही हैं। चौधरी ने कहा कि कुछ नुकसान हुआ है। हमें राज्य सरकारों से नुकसान के आकलन की रिपोर्ट नहीं मिली है।
मंत्री ने कहा कि अगर राज्य सरकारें क्षति की मात्रा का आकलन करने के बाद रिपोर्ट जमा करती हैं तो केंद्र सरकार राष्ट्रीय आपदा राहत कोष (एनडीआरएफ) के तहत मुआवजा प्रदान करेगा।
जानकारों के अनुसार बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से गेहूं, सरसों, चना, मूंग, उड़द आदि की फसलों को नुकसान हुआ है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को कहा कि ओलावृष्टि के कारण निर्मित संकट में राज्य सरकार किसानों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि सर्वे में कोई लापरवाही ना हो, ईमानदारी और संवेदनशीलता के साथ सर्वे हो और प्रत्येक प्रभावित किसान को राहत मिले इसका विशेष ध्यान रखा जाए।
मुख्यमंत्री ने आज निवास पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रदेश के विभिन्न जिलों में ओलावृष्टि से हुई फसलों की क्षति और किसानों को हुए नुकसान का आकलन करने सहित अन्य आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ओलावृष्टि से प्रभावित जिलों में सर्वे दल गठित कर सर्वे का कार्य आरंभ कर दिया गया है। एक सप्ताह में सर्वे कार्य पूर्ण कर किसानों को तत्काल राहत उपलब्ध कराई जाएगी। सर्वे के लिए राजस्व, कृषि और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभागों के अमले के संयुक्त दल गठित किए जाएंगे।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के कारण पिछले कुछ दिनों में देश के कई हिस्सों में बेमौसम बारिश हुई है, साथ ही कई क्षेत्रों में ओले गिरे हैं।
आईएमडी अपने दैनिक पूर्वानुमान में कहा कि 20 मार्च को पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पूर्वी राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर और उत्तराखंड में 21 मार्च को, आंधी, बिजली, तेज़ हवा और ओलावृष्टि की संभावना है।
इस बीच, आईएमडी ने पंजाब, हरियाणा और मध्य प्रदेश के किसानों को गेहूं और अन्य रबी फसलों की कटाई स्थगित करने की सलाह दी है। पक चुकी फसलों के मामले में आईएमडी ने किसानों को सलाह दी है कि वे कुछ राज्यों में जल्द से जल्द सरसों और चने जैसी फसलों की कटाई करें और सुरक्षित स्थानों पर उनका भंडारण करें। किसानों को फसल के पौधे को गिरने से बचाने के लिए गेहूं की फसल की सिंचाई नहीं करने को भी कहा गया है।
रबी सीजन की प्रमुख फसल गेहूं की देश के कुछ हिस्सों में कटाई शुरू हो चुकी है। कृषि मंत्रालय ने दूसरे आरंभिक अनुमान में फसल सीजन 2022-23 में गेहूं का रिकार्ड 11.22 करोड़ टन गेहूं उत्पादन का अनुमान जारी किया है।
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