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02 नवंबर 2022

पहली छमाही में बासमती के साथ गैर बासमती चावल का निर्यात बढ़ा

नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही अप्रैल से सितंबर के दौरान जहां बासमती चावल के निर्यात में 10.67 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई, वहीं गैर बासमती चावल का निर्यात इस दौरान 9.28 फीसदी ज्यादा हुआ।


वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही अप्रैल से सितंबर के दौरान बासमती चावल का निर्यात बढ़कर 21.57 लाख टन का हुआ है, जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 19.49 लाख टन का ही हुआ था। मूल्य के हिसाब से चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में बासमती चावल का निर्यात 17,896 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में केवल 12,294 करोड़ रुपये का ही निर्यात हुआ था।

गैर बासमती चावल का निर्यात चालू वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही अप्रैल से सितंबर के दौरान बढ़कर 89.56 लाख टन का हुआ है, जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 81.95 लाख टन का ही हुआ था। मूल्य के हिसाब से चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में में गैर बासमती चावल का निर्यात 25,191 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में केवल 21,853 करोड़ रुपये का ही निर्यात हुआ था।

उत्पादक मंडियों में पिछले दो दिनों से जहां धान के दाम तेज हुए हैं, वहीं चावल की कीमतें भी बढ़ी है। व्यापारियों के अनुसार उत्पादक मंडियों में धान की आवक सामान्य की तुलना में कम हो रही है, जिस कारण राइस मिलों की खरीद बढ़ने भाव में तेजी आई है। बासमती चावल के दाल पिछले दो दिनों में करीब 200 से 300 रुपये प्रति क्विंटल तक तेज हुए हैं।

हरियाणा की सफीदों मंडी में मंगलवार को पूसा 1,121 किस्म के हाथ की कटाई के धान के दाम बढ़कर 4321 रुपये एवं 1,718 किस्म के धान के भाव हाथ की कटाई के 3,830 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। राज्य की पिल्लूखेड़ा मंडी में धान की आवक 30 हजार बोरियों की हुई तथा पूसा 1,121 किस्म के धान के दाम बढ़कर 3,525 से 4,325 रुपये, 1,718 किस्म के धान के भाव 3,350 से 3825 रुपये एवं 1,509 किस्म के धान के भाव 3,671 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। राज्य की गोहाना मंडी में पूसा 1,121 किस्म का धान ऊपर में 4,441 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बिका।

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