कुल पेज दृश्य

19 नवंबर 2022

विदेश में गिरावट के बावजूद भी घरेलू बाजार में कॉटन के दाम बढ़े

नई दिल्ली। विदेशी बाजार में गिरावट के बावजूद भी स्टॉकिस्टों की सक्रियता से घरेलू बाजार में कॉटन के दाम शाम के सत्र में तेज हुए। अहमदाबाद में शंकर 6 किस्म की कॉटन की कीमतें 550 रुपये तेज होकर 66,400 से 66,600 रुपये प्रति कैंडी, एक कैंडी-356 किलो हो गए।


इस दौरान उत्तर भारत के राज्यों पंजाब में कॉटन की कीमतें 100 रुपये तेज होकर 6525 से 6575 रुपये प्रति मन हो गई। हरियाणा कॉटन की कीमतों में 25 रुपये की तेजी आकर भाव 6400 से 6500 रुपये और अपर राजस्थान में इसके दाम 50 रुपये तेज होकर 6650 से 6700 रुपये प्रति मन हो गए।

आईसीई के इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग में कॉटन की कीमतें शाम के सत्र में दिसंबर वायदा अनुबंध में 78 प्वाइंट कमजोर होकर 86.9 सेंट रह गई, जबकि मार्च-23 वायदा अनुबंध में इसके दाम 67 प्वाइंट घटकर 85.07 सेंट रह गए।

उत्पादक मंडियों में पहले की तुलना में कपास की दैनिक आवकों में बढ़ोतरी तो हुई है, लेकिन अभी कुल आवक पिछले साल की तुलना में कम हो रही है। इसका प्रमुख कारण किसान नीचे दाम पर बिकवाली कम रहे हैं, साथ ही सितंबर के अंत और अक्टूबर में हुई बारिश से गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और दक्षिण भारत के राज्यों में नई फसल की आवकों में देरी हुई है।  देश के प्रमुख उत्पादक राज्यों की मंडियों में बुधवार को कॉटन की आवक 94,600 गांठ की हुई है, जबकि पिछले कारोबारी दिवस में इसकी आवक 78,700 गांठ की हुई थी।

व्यापारियों के अनुसार घरेलू बाजार में हाल ही में कॉटन की कीमतें तो तेज हुई, लेकिन इसके अनुपात में धागे के दाम नहीं बढ़ पाये। इसलिए बढ़े दाम पर स्पिनिंग मिलें केवल जरुरत के हिसाब से ही कॉटन की खरीद कर रही हैं। सीजन होने के बावजूद भी इस समय करीब 60 से 65 फीसदी मिलें ही चल रही है। हालांकि चालू सीजन में देश में कपास का उत्पादन अनुमान ज्यादा है इसलिए आगामी दिनों में इसकी कपास की दैनिक आवक और बढ़ेगी। साथ ही मिलों की खरीद में भी तेजी आयेगी। इसलिए हाजिर बाजार में कॉटन की कीमतों में अभी बड़ी तेजी के आसार नहीं है। 

कोई टिप्पणी नहीं: