आर एस राणा
नई
दिल्ली। चीनी मिलों पर किसानों के रिकार्ड बकाया भुगतान का हल निकालने के
लिए केंद्र सरकार ने मंत्री समूह का गठन किया है। प्रधानमंत्री कार्यालय के
निर्देश पर चार मंत्रियों का समूह इस पर फैसला लेगा। सूत्रों के अनुसार
मंत्री समूह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में होने वाली केबिनेट
की बैठक में इस बारे में सलाह देगा, उसी के आधार पर फैसला लिया जायेगा।
चालू
पेराई सीजन में मध्य अप्रैल तक ही गन्ना किसानों के बकाया की राशि रिकार्ड
18,000 करोड़ रुपये पर पहुंच चुकी है तथा अभी भी 227 चीनी मिलों में पेराई
चल रही है। ऐसे में माना जा रहा है कि पेराई सीजन के अंत तक बकाया की राशि
बढ़कर 20,000 करोड़ के पार पहुंच जायेगी।
नितिन
गड़करी की अध्यक्षता में गठित मंत्री समूह की बैठक सोमावार को होना
प्रस्तावित है तथा मंत्री समूह में शामिल अन्य मंत्रियों में रामविलास
पासवान, राधा मोहन सिंह और धर्मेन्द्र प्रधान है।
इंडियन शुगर
मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के अनुसार चालू पेराई सीजन में पहली अक्टूबर 2017
से 15 अप्रैल तक चीनी का रिकार्ड उत्पादन 299.80 लाख टन का हो चुका है तथा
उत्पादक राज्यों में अभी 227 चीनी मिलों में पेराई चल रही है। ऐसे में
उद्योग को मानना है कि चीनी का उत्पादन बढ़कर 310 से 315 लाख टन हो जायेगा।
केंद्र
सरकार चीनी मिलों को राहत देती है, तो घरेलू बाजार में चीनी के भाव में
हल्का सुधार बन सकता है लेकिन ज्यादा तेजी की संभावना इसलिए नहीं है,
क्योंकि घरेलू बाजार में चीनी का बंपर स्टॉक है तथा विश्व बाजार में भाव
काफी नीचे है, जिस कारण निर्यात पड़ते नहीं लग रहे हैं। शुक्रवार को दिल्ली
में चीनी का भाव 3,050 से 3,125 रुपये प्रति क्विंटल रहा।.............. आर एस राणा
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