आर एस राणा
नई
दिल्ली। बासमती चावल के निर्यात में जहां फरवरी में बढ़ोतरी हुई हैं वहीं
गैर-बासमती चावल के निर्यात कमी आई है। ईरान के साथ ही अन्य खाड़ी देशों की
आयात मांग बढ़ने से फरवरी में बासमती चावल का निर्यात 3.45 लाख टन का हुआ
है जबकि पिछले साल फरवरी में इसका निर्यात 3.41 लाख टन का हुआ था।
गैर-बासमती चावल का निर्यात फरवरी में घटकर 7.43 लाख टन का ही हुआ है जबकि
पिछले साल फरवरी में इसका निर्यात 15.63 लाख टन का हुआ था।
वाणिज्य
एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार वित्त वर्ष 2017-18 के 11 महीनों अप्रैल से
फरवरी के दौरान बासमती चावल का निर्यात 1 फीसदी बढ़कर 36.19 लाख टन का हुआ
है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इसका निर्यात 35.92
लाख टन का हुआ था। गैर बासमती चावल का निर्यात वित्त वर्ष 2017-18 के
अप्रैल से फरवरी के दौरान 30 फीसदी बढ़कर 77.6 लाख टन का हुआ है जबकि पिछले
वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 68.1 लाख टन का ही हुआ था।
बासमती चावल का कुल निर्यात 40 लाख होने का अनुमान
एपिडा
के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार बासमती चावल का कुल निर्यात वित्त वर्ष
2017-18 में लगभग 40 लाख टन के करीब ही होने का अनुमान है। वर्तमान में
ईरान, साउदी अरब और कुवैत के साथ ही अन्य खाड़ी देशों की आयात मांग अच्छी
बनी हुई है। उन्होंने बताया कि गैर बासमती चावल में बंगलादेश के साथ ही
दक्षिण अफ्रीकी देशों की आयात मांग अच्छी है। विश्व बाजार में गैर-बासमती
चावल की उपलब्धता कम होने के कारण इसके कुल निर्यात में 30 फीसदी की
बढ़ोतरी हुई है।
बासमती धान की कीमतों में तेजी की संभावना
खुरानिया
एग्रो के रामनिवास खुरानिया ने बताया कि उत्पादक मंडियों में बासमती धान
की आवक बंद हो गई है जबकि बासमती चावल में निर्यात मांग अच्छी है। इसलिए
आगे मिलों की मांग बढ़ने से बासमती धान के भाव में और तेजी आने की संभावना
है। हरियाणा की करनाल मंडी में सोमवार को पूसा 1,121 बासमती धान की कीमतों
में 50 रुपये की तेजी आकर भाव 3,700 रुपये प्रति क्विंटल हो गए जबकि बासमती
चावल सेला के भाव 6,600 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।............. आर एस राणा
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