आर एस राणा
नई दिल्ली। खाद्य एवं अखाद्य तेलों के आयात में मार्च में 3 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल आयात 11,46,051 टन का हो चुका है जबकि पिछले साल मार्च में इनका आयात 11,14,325 टन का ही हुआ था। चालू तेल वर्ष नवंबर-17 से अक्टूबर-18 के पहले पांच महीनों नवंबर से मार्च के दौरान खाद्य तेलों के आयात में 2 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (एसईए) के अनुसार नवंबर-17 से मार्च-18 के दौरान खाद्य एवं अखाद्य तेलों का आयात बढ़कर 59,31,829 टन का हुआ है जबकि पिछले तेल वर्ष की समान अवधि में इनका आयात 57,98,776 टन का ही हुआ था। चालू तेल वर्ष के पहले पांच महीनों में 57,78,135 टन खाद्य तेलों का और 1,53,694 टन अखाद्य तेलों का आयात हुआ है।
एसईए के अनुसार केंद्र सरकार ने पहली मार्च को आयातित खाद्य तेलों के आयात शुल्क में बढ़ोतरी कर दी थी, जोकि किसानों के साथ ही उद्योग के हित में उठाया गया अच्छा कदम है लेकिन सरकार ने आयातित क्रुड पॉम तेल और रिफांइड तेल के आयात शुल्क में अंतर कम रखा है जिसकी वजह से रिफांइड तेलों का आयात बढ़ा है। मार्च में कुल आयात हुए तेलों में रिफाइंड तेलों की हिस्सेदारी 15 फीसदी रही है।
आयातित आरबीडी पॉमोलीन का भाव भारतीय बंदरगाह पर मार्च में औसतन 678 डॉलर प्रति रहा जबकि पिछले साल मार्च में इसका भाव 731 डॉलर प्रति टन था। इसी तरह से क्रुड पॉम तेल के भाव मार्च में 671 डॉलर प्रति टन रहा जबकि पिछले साल मार्च में इसका भाव 734 डॉलर प्रति टन था। ......... आर एस राणा
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