आर एस राणा
नई
दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतें कम होने के कारण मार्च महीने में
डीओसी के निर्यात में 55 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात 75,393 टन का ही
हुआ है जबकि पिछले साल मार्च में इनका निर्यात 1,70,494 टन का हुआ था।
साल्वेंट
एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन आॅफ इंडिया (एसईए) के अनुसार फरवरी के मुकाबले
मार्च में सोया डीओसी के साथ ही सरसों डीओसी, केस्टर और राइसब्रान डीओसी के
निर्यात में भी कमी आई है। मार्च महीने सोया डीओसी का निर्यात घटकर 39,209
टन का ही हुआ है जबकि फरवरी महीने में इसका निर्यात 73,816 टन का हुआ था।
इसी तरह से सरसों डीओसी का निर्यात फरवरी के 52,071 टन से घटकर मार्च में
केवल 23,499 टन का ही हुआ है। केस्टर डीओसी का निर्यात मार्च में घटकर
5,185 टन का ही हो पाया है जबकि फरवरी में इसका निर्यात 40,722 टन का हुआ
था। राइसब्रान डीओसी का निर्यात फरवरी के 82,054 टन से घटकर मार्च में केवल
7,500 टन का ही हुआ है।
कुल निर्यात में हुई बढ़ोतरी
एसईए
के अनुसार वित्त वर्ष 2017-18 में डीओसी के निर्यात में 51 फीसदी की
बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 28,39,623 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष
2016-17 के दौरान डीओसी का निर्यात 18,85,480 टन का हुआ था।
डीओसी की कीमतें तेज
सोया
डीओसी के भाव भारतीय बंदरगाह पर मार्च में औसतन 486 डॉलर प्रति टन रहे
जबकि पिछले साल मार्च में इसके भाव 369 डॉलर प्रति टन थे। इसी तरह से सरसों
डीओसी के भाव पिछले साल मार्च के भाव 240 डॉलर प्रति टन की तुलना में चालू
वर्ष के मार्च महीने में 249 डॉलर प्रति टन रहे।
घरेलू मंडियों में भाव
मध्य
प्रदेश की इंदौर मंडी में शुक्रवार को सोया डीओसी का भाव 32,000 रुपये
प्रति टन रहा जबकि राज्य की मौरेना मंडी में सरसों डीओसी का भाव 16,000
रुपये प्रति टन रहा।............ आर एस राणा
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