आर एस राणा
नई दिल्ली। खरीफ के बाद रबी में भी तिलहन की पैदावार ज्यादा से उत्पादक मंडियों में तिलहनों के भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से भी नीचे चल रहे हैं, ऐसे में केंद्र सरकार चुनिंदा खाल तेलों के बल्क निर्यात को छूट दे सकती है।
सूत्रों के अनुसार मूंगफली के साथ तिल आदि के तेल के निर्यात की अनुमति देने के लिए खाद्य मंत्रालय ने एक प्रस्ताव वाणिज्य, वित्त और कृषि मंत्रालय के पास भेजा है। घरेलू मंडियों में तिलहनों की कीमतों में आई कमी के कारण कृषि मंत्रालय इस प्रस्ताव के पहले ही पक्ष में है। खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार सभी मंत्रालय की सहमति के बाद कैबिनेट के पास भेजा जायेगा।
इस समय केवल 5 किलो की पैकिंग में खाद्य तेल के निर्यात की ही अनुमति है, तथा इसका निर्यात भी साल में केवल 10,000 टन का किया जा सकता है। केंद्र सरकार ने खाद्य तेलों के निर्यात में कुछ और छूट दी तो घरेलू बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में हल्का सुधार बन सकता है।..........आर एस राणा
नई दिल्ली। खरीफ के बाद रबी में भी तिलहन की पैदावार ज्यादा से उत्पादक मंडियों में तिलहनों के भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से भी नीचे चल रहे हैं, ऐसे में केंद्र सरकार चुनिंदा खाल तेलों के बल्क निर्यात को छूट दे सकती है।
सूत्रों के अनुसार मूंगफली के साथ तिल आदि के तेल के निर्यात की अनुमति देने के लिए खाद्य मंत्रालय ने एक प्रस्ताव वाणिज्य, वित्त और कृषि मंत्रालय के पास भेजा है। घरेलू मंडियों में तिलहनों की कीमतों में आई कमी के कारण कृषि मंत्रालय इस प्रस्ताव के पहले ही पक्ष में है। खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार सभी मंत्रालय की सहमति के बाद कैबिनेट के पास भेजा जायेगा।
इस समय केवल 5 किलो की पैकिंग में खाद्य तेल के निर्यात की ही अनुमति है, तथा इसका निर्यात भी साल में केवल 10,000 टन का किया जा सकता है। केंद्र सरकार ने खाद्य तेलों के निर्यात में कुछ और छूट दी तो घरेलू बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में हल्का सुधार बन सकता है।..........आर एस राणा
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